जोरहाट (पीटीआई)। असम के गोलाघाट और जोरहाट में चाय बागानों में गुरुवार की रात शराब पीने से कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक बीमार हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को इस बात की पुष्टि। मंत्री ने असम में जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएमसीएच) का दौरा करने के बाद कहा कि मरने वालों की संख्या हर एक मिनट पर बढ़ती जा रही है। अस्पताल में कुछ मरीजों से मिलने के बाद सरमा ने मीडिया से कहा, 'आज सुबह गोलाघाट और जोरहाट जिलों में मरने वालों की संख्या 59 थी और 200 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मरने वालों की संख्या और भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में मिनट-मिनट पर बदलाव हो रहा है।'

दूसरे जिलों से भी डॉक्टरों को बुलाया गया
उन्होंने कहा, 'मुझे यहां बताया गया है कि 142 लोगों को जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनमें से 36 महिलाएं हैं। 12 लोगों की यहां मौत हो चुकी है। मेरे यहां आने के बाद भी अधिक मरीजों को भर्ती किया गया है।' सरमा ने कहा कि मरीजों के इलाज की निगरानी मेडिकल एजुकेशन के निदेशक अनूप बर्मन करेंगे। उन्होंने कहा कि आस-पास के डिब्रूगढ़ जिले के असम मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सोनितपुर जिले के तेजपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को प्रभावित लोगों के इलाज के लिए जोरहाट और गोलाघाट बुलाया गया है।

यूपी में भी जहरीली शराब से लोगों की मौत

हालांकि, जहरीली शराब से लोगों की मौत का यह पहला मामला नहीं है। बता दें कि हाल ही में यूपी के सहारनपुर में जहरीली शराब से 88 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद यूपी में जमकर बवाल हुआ था। यूपी सरकार ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये तथा अस्पतालों में इलाज करा रहे प्रभावितों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की थी। बीते दस सालों में यूपी में अवैध शराब से 450 से ज्यादा लोग मौत के मुंह में समा गये पर किसी भी बड़े अफसर पर कभी गाज नहीं गिरी।

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