- वारदात को अंजाम देने दोबारा पहुंचे थे दून, पुलिस ने दबोचा

- कार, कैश सहित क्लोनिंग के उपकरण भी बरामद

- 4 लाख एटीएम का‌र्ड्स का डेटा चुरा चुके थे आरोपी

देहरादून, 65 बैंक अकाउंट्स पर एटीएम क्लोनिंग के जरिए सेंध लगाने वाले दो शातिर ठगों को पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपियों ने बैंक एटीएम्स पर स्कीमर लगाकर अकाउंट होल्डर्स का डेटा कॉपी कर लाखों का चूना लगाया था। आरोपियों से स्कीमर डिवाइस, कार और कैश बरामद हुआ है। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

8 दिसंबर को लगाया था स्कीमर

5 दिसंबर को नत्थनपुर स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के ब्रांच मैनेजर द्वारा नेहरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी गई थी। तहरीर में बताया गया था कि 8 और 9 दिसंबर को बैंक बंद था, किसी अज्ञात द्वारा एटीएम मशीन में स्कीमर लगाया गया और करीब 65 एटीएम का‌र्ड्स का क्लोन बनाकर खातों से लाखों की रकम उड़ा ली गई। पुलिस तबसे ही आरोपियों की तलाश कर रही थी।

सीसीटीवी फुटेज से मिले इनपुट

वारदात के बाद पुलिस ने घटना स्थल जाकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो दो संदिग्ध सीसीटीवी फुटेज में नजर आए। लेकिन उनकी पहचान नहीं हो पाई। हालांकि इस दौरान आरोपियों की लाल रंग की आई-10 कार फुटेज में कैद हो गई। पुलिस ने कार की पहचान के लिए दून, हरिद्वार और ऋषिकेश हाईवे पर लगे 100 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आखिरकार आई-10 कार का नंबर ट्रेस हुआ इसके बाद पुलिस ने दून - हरिद्वार और ऋषिकेश हाई पर लगे 100 से भी अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें आई 10 कार का नंबर (यूके 07 वाई 5556) कैमरे में कैद हो गया। इससे पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में काफी मदद मिली और दून पुलिस ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के लिए टीम रवाना की।

कार के नंबर ने पहुंचाया आरोपियों तक

लाल रंग की आई-10 कार जिसमें सवार होकर आरोपियों ने एक के बाद एक 65 बैंक अकाउंट्स पर सेंध लगाई थी, उसके नंबर ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाया। कार जीएमएस रोड निवासी सोमेश कक्कड़ नाम के व्यक्ति की निकली। पुलिस उसके एड्रेस पर पहुंची तो घर किसी पीके मैनी नाम के व्यक्ति का निकला। पता चला कि सोमेश कक्कड़ वहां किराए पर रहता था, जो तीन दिन पहले ही परिवार को लेकर आगरा शिफ्ट हो गया था। इसके बाद उसका एड्रेस लेकर पुलिस आगरा पहुंची।

पुलिस को दौड़ाता रहा सोमेश

पुलिस ने बताया कि मकान मालिक पीके मैनी द्वारा दिए गए एड्रेस पर पहुंचे तो सोमेश वहां से भी गायब हो चुका था। इसके बाद सोमेश को दबोचने पुलिस की टीम दिल्ली, सहारनपुर और हरियाणा में दबिश देने निकली। लेकिन, उसका सुराग नहीं मिला।

आखिरकार जीएमएस रोड पर दबोचा

कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद जब दोनों आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला, तो शुक्रवार को पुलिस को इन्फॉर्मेशन मिली कि दोनों आरोपी फिर से एटीएम ठगी की वारदात को अंजान देने वाले हैं। इसके लिए वे दून आए हैं। आरोपियों की लोकेशन जीएमएस रोड पर ट्रेस हुई। पुलिस ने तत्काल इलाके में रेड कर दोनों को दबोच लिया।

ये शातिर किए गिरफ्तार

सोमेश कक्कड़ पुत्र प्रवेश कक्कड़ मोहित नगर, देहरादून

अजय त्यागी पुत्र अमर सिंह त्यागी डिफेन्स कॉलोनी, आगरा, उत्तर प्रदेश

पहले भी जेल जा चुका आरोपी

यूपी, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सोमेश की तलाश के दौरान दून पुलिस ने विभिन्न थानों मे सोमेश का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला तो पता चला कि उसके खिलाफ पहले भी केस दर्ज हुआ है और जयपुर में वह जेल में रहा। इसके बाद पुलिस न दूसरे राज्यों की पुलिस से भी उसकी गिरफ्तार के लिए मदद मांगी।

एक रेस्टोरेंट ओनर, दूसरा आर्कीटेक्ट

पुलिस पूछताछ में एक आरोपी अजय त्यागी ने बताया कि पहले वह आगरा की फतेहबाद रोड पर मास्टर सैफ नाम से एक रेस्टोरेंट रन करता था। वह सोमेश को आगरा से जानता था, जो दून में अपने चाचा के साथ आर्कीटेक्ट का काम देखता था। सोमेश के चाचा की मौत हो गई, तो उसे काम मिलना बंद हो गया। सोमेश ने अजय को फोन कर एटीएम ठगी का षड़यंत्र रचा।

बरामद माल

- 1 कम्प्यूटर मॉनिटर

- एटीएम क्लोनिंग उपकरण

- कार्ड रीडर

- बैटरी

- स्कीमर पिन

- कैमरा, टेप

- मोल्डिंग ब्लॉक

- 54 एटीएम क्लोन कार्ड

- आई-10 कार

- 3 लाख 5 हजार रुपए कैश

एटीएम में स्कीमर लगाकर 65 बैंक अकाउंट्स से एटीएम क्लोनिंग के जरिए रकम उड़ाने वाले आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। उनसे क्लोनिंग के उपकरण और कैश बरामद किया गया है। दोनों की पड़ताल जारी है।

निवेदिता कुकरेती, एसएसपी

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खतरनाक थे ठगों के मंसूबे

गिरफ्तार किए गए एटीएम ठगों के मंसूबे खतरनाक थे। 65 खातों में तो वे सेंध लगाकर 4 लाख 66 हजार रुपए निकाल चुके थे, लेकिन पूछताछ में पता चला कि वे करीब 4 लाख एटीएम का‌र्ड्स का डेटा चोरी कर चुके थे। अगर आरोपियों को दबोचने में कुछ और समय लगता तो कई और खाताधारक ठगी का शिकार होते।

4 लाख एटीएम का चुराया डेटा

विभिन्न एटीएम पर आरोपियों ने स्कीमर लगातार करीब 4 लाख एटीएम का‌र्ड्स का डेटा चुराया था। जाहिर है वे ठगी की वारदातों को बड़े स्तर पर अंजाम देने वाले थे। आरोपी सोमेश कक्कड़ इस काले कारोबार का मास्टरमाइंड था और करीब एक दशक पहले इसी मामले में जयपुर जेल में बंद रहा।

दोबारा पहुंचे थे ठगी करने

सोमेश और अजय त्यागी दोबारा ठगी की वारदातों को अंजाम देने दून पहुंचे थे। इससे जाहिर है उनको पुलिस का डर नहीं था। किसी को शक न हो इसके लिए वे एटीएम क्लोनिंग के उपकरण ऑनलाइन खरीदते थे। लेकिन, पुलिस की सक्रियता ने उनके मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए।