- ग्रामीणों ने विजिलेंस टीम को बंधक बनाकर की मारपीट

- जबरन लिखवाया माफीनामा, पुलिस ने टीम को कराया मुक्त

ROORKEE: मोहम्मदपुर मोहनपुरा गांव में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम के साथ ग्रामीणों ने मारपीट कर दी। इतना ही नहीं टीम को बंधक बनाकर जबरन माफीनामा भी लिखवाया। सूचना पर सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और टीम को मुक्त कराया। मामले में पुलिस को तहरीर दी गई है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी, लेकिन आरोपी अपने घरों से फरार हो गए।

बिजली चोरी की मिल रही थी शिकायत

विजिलेंस टीम को मोहम्मदपुर मोहनपुरा गांव में बिजली चोरी की शिकायत मिल रही थी। इस पर देहरादून से सहायक अभियंता हनुमान सिंह रावत, धनंजय कुमार व पुलिस उप निरीक्षक हीरामणि पोखरियाल टीम के साथ गांव पहुंचे। टीम छानबीन करते हुए एक घर पर पहुंची तो पूरी टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। इसे लेकर हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिस समय टीम घर के अंदर घुसी, उस समय महिलाएं अकेली थी और टीम ने अभद्रता की। ग्रामीणों ने टीम में शामिल सदस्यों के साथ मारपीट कर दी और बंधक बना लिया। टीम को इतना आतंकित कर दिया कि उन्होंने ग्रामीणों के दबाव के चलते लिखित में माफीनामा लिखा। जिसमें बताया कि वह महिला पुलिसकर्मी को साथ लेकर नहीं गए, वह गलती है। साथ ही अपने साथ हुई अभद्रता के लिए भी खुद को कसूरवार माना। इसी बीच टीम में शामिल एक कार के चालक ने पुलिस को सूचना दे दी। इस पर कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह टीम को बंधन मुक्त कराया। इसके बाद सहायक अभियंता धनंजय कुमार और हनुमान सिंह रावत का सिविल अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। पुलिस को इस संबंध में तहरीर दी गई है।

मामले की सूचना पर हरिद्वार एसएसपी जयमेंद्र खंडूरी को फोन किया गया। उन्होंने सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बंधक टीम को मुक्त कराया। नारसन पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।

विवेक राजपूत, ईई, विजिलेंस