आयुष्मान योजना के नाम पर सोशल मीडिया पर चल रहा फर्जीवाड़ा

रजिस्ट्रेशन के लिंक से लोगों को किया जा रहा गुमराह

झांसा देकर जुटा रहे लोगों की बैंक डिटेल

>Meerut। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत खुद को रजिस्टर करने के लिए अगर आपको व्हाट्सऐप पर कोई लिंक मिल रहा है तो तुरंत सावधान हो जाइए। आप हैकर्स के निशाने पर हैं। इस लिंक पर क्लिक करने और रजिस्टर होने के बाद आपके फोन की डिटेल्स तुरंत ही हैकर्स के पास पहुंच जाएगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का झांसा देकर लोगों की पर्सनल डिटेल्स कलेक्ट करने के लिए हैकर्स ने यह नया तरीका निकाला है।

जानकारी है फर्जी

व्हाट्सऐप पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना से जुड़ने के लिए आ रहा मैसेज पूरी तरह से फर्जी हैं। इसमें लिखा है कि 13 साल से 70 साल के 10 करोड़ लोगों को 5 लाख रूपये का निशुल्क बीमा दिया जा रहा है। आवेदन करने की तिथि 15 जनवरी 2019 बताई गई है, लेकिन शासन की ओर से इस योजना के लाभार्थियों की सूची पहले ही जिला प्रशासन की ओर से पहले ही जारी कर दी गई है। 2011 में हुई जनगणना में मिले बीपीएल कार्डधारकों को ही इसका लाभार्थी बनाया गया है। इस मैसेज को अपने सभी दोस्तों को भी भेजने के लिए कहा जा रहा है ताकि इस योजना का लाभ सभी को मिल सके, यह सूचना भी गलत है क्योंकि सभी लाभार्थियों को शासन ने पत्र जारी कर इसकी सूचना दी है। इस मैसेज में आवेदन करने के लिए एक लिंक भी दिया गया है। जिसका यूआरएल चेक करने पर पता लगाया जा सकता है कि यह मैसेज गलत है।

हैक हो सकता है बैंक अकाउंट

आईटी सेल एक्सपर्ट कर्मवीर सिंह ने बताया कि ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करते ही आईपी एड्रेस हैकर्स के पास पहुंच जाएगा। इसके अलावा पेज ओपन कर अगर कोई अपना नाम, पता, फोन नंबर फिल करता है तो इनका प्रयोग कर हैकर्स मैसेज या फोन कॉल कर अकाउंट नंबर या अन्य डिटेल्स शेयर करने के लिए कह सकते हैं। इससे बैंक अकाउंट हैक हो सकता है वहीं पसर्नल डिटेल का मिस्यूज भी हो सकता है।

इस योजना के लाभार्थियों को जिला प्रशासन चुनता है। यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सरकार किसी भी लिंक के जरिए इसमें रजिस्ट्रेशन नहीं करा रही है। यह मैसेज हैकर्स की कारस्तानी है। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ।