Contract teacher से चलाया जा रहा काम
कोल्हान यूनिवर्सिटी के तहत 7 कॉलेजेज में बी-एड की पढ़ाई की जाती है, लेकिन किसी भी कॉलेज के पास परमानेंट टीचर नहीं है। कॉन्ट्रैक्ट  में टीचर अप्वाइंट कर काम चलाया जा रहा है। कईयों के पास तो अपनी बिल्डिंग तक नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स की किस तरह पढ़ाई होती होगी यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इस मामले में ऑटोनोमस कॉलेज का दर्जा प्राप्त जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की स्थिति दूसरों से बेहतर है।

NCTE से interlink नहीं
किसी भी बीएड कॉलेज के पास अपना वेबसाइट नहीं है। एनसीटीई के नाम्र्स के मुताबिक वेबसाईट को एनसीटीई की वेबसाईट व रीजनल ऑफिस से इंटरलिंक किया जाना है, लेकिन किसी कॉलेज के पास अपना वेबसाइट ही नहीं है। तो इंटरलिंक किया जाना दुर की बात है।

Inspection के लिए कोई भी कॉलेज तैयार नहीं है
कई कॉलेज ऐसे हैैं जो चाहते हैैं कि उन्हें थोड़ा और समय मिलना चाहिए ताकि वे अपनी ओर से तैयारी पूरी कर लें, ताकि टीम को कहीं कोई कमी न दिखे या दिखे भी तो कम। हालांकि टीम के विजिट का शिड्यूल फिक्स है और वह 25 सितंबर से बी-एड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन होना तय है। लेकिन कुछ कॉलेज को छोडक़र इसके लिए कोई भी कॉलेज तैयार नहीं दिख रहा है।


हमें थोड़ा और टाइम चाहिए ताकि और बेहतर कर सकें। इंफ्रास्ट्रक्चर व लाइब्रेरी की बात है तो वह हमारे पास है। जहां तक परमानेंट टीचर्स की बात है तो इस संबंध में यूनिवर्सिटी को डिसीजन लेना है।
-डॉ उषा शुक्ला,  प्रिंसिपल, ग्र्रेजुएट कॉलेज

Report by :jamshedpur@inext.co.in

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