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RANCHI : रातू इलाके की दो नाबालिग सगी बहनों से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यह मामला तब सामने आया जब दोनों में से एक नाबालिग ने शुक्रवार की देर रात एक बच्चे को जन्म दिया। इसकी जानकारी मीडिया और पुलिस को हुई, जिसके बाद पीडि़ता ने अपने साथ हुई पूरी वारदात की जानकारी दी। जिस पीडि़ता ने बच्चे को जन्म दिया है उसकी उम्र 16 वर्ष है। छोटी बहन 15 वर्ष की है। 16 वर्षीय पीडि़ता ने बताया कि करीब एक वर्ष पहले रातू के बुलेज अंसारी ने स्कूल से घर लौटने के क्रम में पकड़ लिया। उसे स्कूल के पीछे एकांत जगह ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद बुलेज बोला कि तुमसे शादी कर लूंगा। इसी तरह छोटी बहन से फुटकल टोली निवासी मोजीम अंसारी ने दुष्कर्म किया। बुलेज और मोजीम दोनों आपस में परिचित है। घटना सामने आने के बाद कांके पुलिस कांके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची, जहां पीडि़ता ने बच्ची को जन्म दिया था। पुलिस ने बयान लेकर रातू थाना को भेज दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी बुलेज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार की शाम दूसरे आरोपी मोजिम अंसारी की भी गिरफ्तारी की खबर आयी।


दूसरी बहन का नहीं लिया बयान
छोटी बहन का पुलिस ने बयान नहीं लिया है। वह भी कांके के नारी निकेतन में भर्ती है। वह गर्भवती है। पीडि़ता के पिता के मुताबिक पुलिस को उन्होंने छोटी बेटी के मामले में केस कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है।

पुलिस व पंचायत की लीपापोती

पीडि़ता के अनुसार घटना के बाद पूरे परिवार के साथ इसी वर्ष अप्रैल माह में रातू थाना पहुंची थी। इस पर रातू पुलिस ने एक पंचायत में मामला सुलझाने के लिए भेज दिया था। पीडि़ता व उसके पिता फुटकल टोली के सदर के पास पहुंचे थे। सदर ने आरोपी का सहयोग करते हुए लीपापोती कर दी। इससे वह भटकती रही। पिता एक गैरेज में काम करते हैं। मां घरों में दाई का काम करती है। गरीबी की वजह से थाना से लेकर पंचायत तक के लोगों ने अनदेखी की।

घर में घुसकर की मारपीट
मामला पुलिस के पास पहुंचने के बाद पीडि़ता के परिवार वालों के साथ मारपीट करने आरोपी पक्ष के लोग पहुंच गए। इसके बाद घर में अकेली पाकर पीडि़ता की बड़ी बहन से मारपीट की गई। धमकी भी दी गई। सूचना मिलने पर रातू पुलिस पहुंची इससे पहले सभी भाग चुके थे।

निर्मल हृदय पहुंची थीं पीडि़ताएं
दोनों को आरोपी पक्ष के लोगों ने सदर अस्पताल पहुंचकर गर्भपात कराने के लिए भेजा था। अस्पताल की नर्सों ने गर्भपात से मना करते हुए निर्मल हृदय भेज दिया। निर्मल हृदय में बच्चों की बिक्री प्रकरण सामने आने के बाद उसे नहीं रखा गया। इसके बाद वह कांके स्थित नारी निकेतन पहुंच गई। वहीं से बच्चे का जन्म हुआ। बताया जा रहा है कि बच्चे के जन्म के बाद दो युवक अस्पताल में उसे खरीदने पहुंचे थे लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उन्हें भगा दिया।

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