खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए शासन के निर्देश

खेल प्रतियोगिताओं के लिए कैलेंडर भी जारी

Meerut। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में फुटबॉल के बाद अब स्टूडेंट्स बैडमिंटन खेलते नजर आएंगे। स्कूलों में बैडमिंटन को बढ़ावा देने के लिए शासन की ओर से सभी स्कूलों को दो सेट बैडमिंटन रैकेट और शटल कॉक खरीदने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं इस बार कई खेलों को जिला और मंडल प्रतियोगिताओं के लिए भी चुना गया है। जिसके लिए बच्चों को स्कूलों में ही तैयार किया जाएगा।

हफ्ते में चार दिन होंगे खेल

सरकारी प्राइमरी व अपर प्राइमरी यानि कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूलों में बच्चों के लिए पूरे हफ्ते खेलों की एक्टिविटी कराई जाएगी। इसमें दो दिन जहां स्काउट गाइड के बारे में बताया जाएगा, वहीं 4 दिन गेम्स पीरियड होंगे। अपर शिक्षा निदेशक रूबी सिंह ने सभी स्कूलों के लिए संबंधित गाइडलाइन जारी की है। उन्होंने कहा कि कि स्कूलों में पहले चार दिन गेम्स, योगा, एक्सरसाइज आदि कराया जाएगा। लास्ट के दो दिन स्काउट की गतिविधियों पर जोर दिया जाएगा। खेलों के दौरान किन्ही भी 2 दिन बैडमिंटन जरूर खिलवाया जाएगा। वहीं फुटबॉल की प्रैक्टिस भी जारी रहेगी।

होंगी प्रतियोगिता

खेलकूद को बढ़ावा देने और छुपी हुई प्रतिभाओं को मंच देने के लिए जिला और मंडल स्तर पर प्रतियोगिताएं भी होंगी। इसके लिए विभाग ने कैलेंडर भी जारी कर दिया है। जिसके तहत जिला स्तरीय प्रतियोगिता सितंबर, मंडलीय प्रतियोगिताएं अक्टूबर और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं नवंबर माह के लास्ट वीक में होंगी। प्रतियोगिताओं में बास्केटबॉल, एथलेटिक्स, फुटबॉल, क्रिकेट, हैंडबॉल, टेबल टेनिस, तैराकी, योगा, कुश्ती पहले से ही शामिल हैं़ इस बार बैडमिंटन लोकनृत्य, नाटक, पीटी आदि की भी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

स्कूलों में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक खेल कराए जा रहे हैं। बजट जारी होते ही स्कूलों में बैंडमिंटन का सामना भेज दिया जाएगा। इसके अलावा स्कूलों का निरीक्षण करेंगे, जरूरत हुई तो ट्रेनिंग की व्यवस्था भी करेंगे़

सूर्यकांत गिरी, एबीएसए, मेरठ