-एआईबीओसी के आह्वान पर बंद रहे प्रदेश भर के बैंक

PATNA: शुक्रवार को ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन (एआईबीओसी) की ओर से बैंक स्ट्राइक किया गया। यह पूरी तरह से असरदार रहा। सुबह से ही बैंकों में ताले लटके रहे और बैंक में जुड़े कामकाज ठप रहे। एक नवंबर, 2017 से बैंक अधिकारियों के स्केल 1 से 7 तक के वेज रिवीजन लंबित है। साथ ही अन्य मामलों को लेकर बैंक ऑफिसर्स का विरोध है। बैंक 24 को छोड़ 26 दिसंबर तक बंद है। 26 को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से बंद का आह्वान है।

4500 ब्रांच बंद रहे

बिहार में 4500 बैंक ब्रांच है जो कि एआईबीओसी के आह्वान पर बंद रहे। इसमें पटना के करीब 400 से अधिक ब्रांच शामिल हैं। एआईबीओसी के बिहार रीजन के जनरल सेक्रेटरी अजित कुमार मिश्रा ने कहा कि यह अनुमान करना कठिन है कि स्ट्राइक से कारोबार कितना प्रभावित रहा। शुक्रवार को स्ट्राइक होने से बैंक में लगातार तीन दिन की छुट्टी हो गई है। इससे लोगों की पेरशानी बढ़ी है।

बैंक स्ट्राइक का मुख्य कारण

-बैक अॅफिसर्स के स्केल वन से लेकर स्केल सेवेन तक वेज रिवीजन लंबित होना।

-बैंक अधिकारियों की कार्यस्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित हो।

-पब्लिक सेक्टर के बैंक में निजीकरण और मर्जर का भी हो रहा है विरोध।

 

बैंक प्रबंधन की ओर से वेज रिवीजन के मामले में अनदेखी की जा रही है। 26 दिसंबर को भी बैंक स्ट्राइक रहेगा।

- अजित कुमार मिश्रा, जनरल सेक्रेटरी एआईबीओसी (बिहार रीजन)