-बेसिक स्कूल्स के स्टूडेंट्स को मिड डे मिल के लिए सेंट्रलाइज्ड किचन बनाने का सपना नहीं हुआ पूरा

-अक्षय पात्र फाउंडेशन को सौंपी जा चुकी है जमीन फिर भी एलटी कॉलेज में स्टार्ट नहीं हुआ काम

VARANASI

मिड डे मील के लिए सेंट्रलाइज्ड किचन का सपना अब तक साकार नहीं हो सका है। बेसिक स्कूल्स के स्टूडेंट्स के लिए मिड डे मील बनाने की जिम्मेदारी चार साल पहले ही स्वैच्छिक संस्था अक्षय पात्र फाउंडेशन को सौंपी गई थी। इसके बावजूद अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज में इसके लिए अब तक एक ईट तक नहीें रखी जा सकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह सरकार से ग्रांट न मिलना बताया जा रहा है। इस प्रकार जुलाई से स्टार्ट होने वाले सेशन में बच्चों को इस बार भी साझा चूल्हे का भोजन मिलना मुश्किल ही है।

सेशन से पहले कैसे बनेगा किचन

अक्षय पात्र फाउंडेशन को सेंट्रलाइज्ड किचन बनाने के लिए अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज में तीन एकड़ भूमि भी एलॉट की जा चुकी है। इस भूमि पर सैकड़ों पेड़ लगे हुए हैं जो किचन बनने में बाधक बन रहे थे। वन विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद इन पेड़ों को कटवा दिया गया। जमीन भी समतल कर दिया गया। इसके बाद भी काम आगे नहीं बढ़ पाया है। जिला समन्वयक (एमडीएम) आशीष बारी ने बताया कि सेंट्रलाइज्ड किचन बनाने के लिए फाउंडेशन ने शासन से जितने रुपये के अनुदान की मांग की थी। वह नहीं मिल पाय। इस कारण फाउंडेशन काम शुरू नहीं शुरू करा रहा है।

50 करोड़ रुपये की डिमांड

अक्षय पात्र फाउंडेशन ने करीब 50 करोड़ की लागत से सेंट्रलाइज्ड किचन बनाने का डिसीजन लिया है। इस क्रम में चावल व दाल पकाने की मशीन स्विटजरलैंड से मंगाई जाएगी। एक मशीन की कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है। चावल व दाल पकाने के लिए तीन-तीन मशीनें लगाई जाएंगी। इसी प्रकार रोटी बनाने की मशीन की कीमत पचास लाख रुपये है। यह मशीन एक घंटे में एक लाख रोटी बनाएगी।

चाहिए 150 इंसूलेटेड वैन

एलटी कॉलेज से 1372 स्कूल्स के लिए बना दोपहर का खाना इंसूलेटेड वैन से भेजा जाएगा। फाउंडेशन ने इसके लिए 150 वैन मंगाने का प्रपोजल भेजा है। एक वैन की कीमत 40 लाख रुपये बताई जा रही है। वैन की खासियत यह है कि इसमें दस घंटे तक खाना को गर्म रखा जा सकता है।