छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: मानगो ब्रिज के पास वर्कर्स कॉलेज के सामने स्थित मानगो नगर निगम के मछली बाजार में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। बाजार में अचानक घुसे अवैध दुकानदारों और निगम द्वारा आवंटित दुकानदारों के बीच खूब तू-तू, मैं-मैं हुई। अवैध दुकानदारों की तरफ से आए दर्जन भर युवक आवंटित दुकानदारों को गाली-गलौज कर धमका रहे थे। मारपीट की नौबत आती कि सूचना पाकर मछली मार्केट पहुंचे मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति के अधिकारियों ने क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) के जवानों की मदद से अवैध दुकानदारों और उनके गुंडों को वहां से खदेड़ दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ।

होता था रोड जाम

मानगो ब्रिज के पास पहले मछली दुकानें सड़क पर ही लगती थीं। इससे ट्रैफिक जाम होता था। मानगो नगर निगम की मछली बाजार स्वर्णरेखा घाट पर वर्कर्स कॉलेज के सामने बनी हुई थी। लेकिन इसमें दुकानों का आवंटन नहीं हुआ था। मानगो नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने जुलाई में सभी मछली दुकानदारों को सड़क से हटाकर उन्हें बाजार में दुकानें आवंटित कर दीं। लेकिन, इधर बीच कुछ दिनों से मछली बाजार में बाहर से अवैध दुकानदार घुस कर जबरन मछली बेच रहे थे। इससे आवंटित दुकानदारों में रोष था। उनका आरोप था कि बाहरी दुकानदार मछली बेच कर निकल जाते थे। आवंटित दुकानदारों की मछली रखी रह जाती थी। बाहरी दुकानदारों को नगर निगम को पैसा भी नहीं देना पड़ता। शनिवार की सुबह जब अवैध दुकानदार अपनी मछली लेकर मछली बाजार में घुसे तो आवंटित दुकानदारों ने उन्हें दुकान नहीं लगाने दी। इसी को लेकर बवाल हुआ। थोड़ी देर में बाहरी दुकानदारों की तरफ से मानगो के दर्जन भर युवक लाठी-डंडा लेकर मछली बाजार पहुंच गाली-गलौज कर रहे थे। आवंटित दुकानदारों ने इसकी सूचना नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी को दी तो क्यूआरटी के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे नगर प्रबंधक ने बाहरी लोगों को बाजार से खदेड़ा।

निगम से आवंटन के बाद ही लगाएं दुकान

कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि बाहरी दुकानदार मछली बाजार में नगर निगम से दुकान आवंटित करा के ही दुकान लगा सकता है। कार्यपालक अधिकारी ने मामले की सूचना मानगो थाने को भी दे दी है। अब मानगो पुलिस भी मछली बाजार की निगरानी करेगी। पुलिस को सुबह मछली बाजार में गश्त करने को कहा गया है।

अभी मछली मार्केट में 35 दुकानदार

मछली मार्केट में अभी 20 हजार रुपये सुरक्षित जमा राशि लेकर 800 रुपये महीने रेंट पर 18 लोगों को दुकान आवंटित की गई हैं। पांच हजार रुपये सुरक्षित जमा राशि देकर 17 लोग जमीन पर बैठकर मछली बेचते हैं।