- काउंसिलिंग सेंटर्स पर दलाल लगा रहे सीट की बोली

- यूनिविर्सिटी प्रशासन तक पहुंचा मामला, जांच के आदेश

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी की बीएड काउंसिलिंग में 10-10 हजार में सीटें बेचे जाने का मामला सामने आया है। दलालों की साठगांठ से चल रहे इस खेल में कैंडीडेट्स को बिना बताए ही कॉलेज की सीट एलॉट की जा रही है। दलालों एक सीट के लिए दस-दस हजार रुपए की बोली लगा रहे हैं। इसका खुलासा काउंसिलिंग में शामिल कैंडीडेट्स ने ही किया है।

एलयू के अधिकारी ही शामिल

ज्वाइंट बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से ऑ‌र्ट्स कॉलेज में तीन सेंटर्स बनाए गए हैं। जहां पर सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की शह पर यह फर्जीवाड़ा चल रहा है। एलयू की ओर से काउंसिलिंग में लगाए गए अधिकारी इस खेल में शामिल हैं। वह खुद लालच में चोरी से सीट एलॉट कर रहे हैं। मामले की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को तब हुई, जब खुद काउंसिलिंग में शामिल होने के बाद एक छात्रा ने अपनी च्वाइंस लॉक करने की कोशिश की। जिसकी शिकायत छात्रा ने यूनिवर्सिटी वीसी, बीएड कोऑर्डिनेटर और राजभवन तक से की है।

ओटीपी चुराकर भर दी च्वाइस

ज्ञात हो कि तीन दिन पहले शीलू पाठक नाम की छात्रा ने काउंसिलिंग कराई। काउंसिलिंग सेंटर्स पर डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन के बाद, काउंसिलिंग फीस जमा करने के बाद उसे ओटीपी जारी की गई। छात्रा का आरोप है कि सेंटर नंबर तीन पर तैनात मो। सईद, सौरभ पांडेय, और कुमार गौरव वाजपेई ने उसका ओटीपी चुराकर च्वाइस लॉक कर दी। छात्रा का कहना है कि जब उसने च्वाइस लॉक करने की कोशिश की तो उसे पहले से सीट लॉक होने की जानकारी मिली। इतना ही नहीं उसे रजत ग‌र्ल्स कॉलेज में च्वाइंस भरे जाने का डॉक्यूमेंट भी मिला। छात्रा ने आरोप लगाया कि जब इसकी शिकायत एलयू प्रशासन की तो प्रशासन ने मानने से इंकार कर दिया।

गायब रहे आरोपी शिक्षक

एलयू ने काउंसिलिंग के लिए जो तीन सेंटर्स बनाए हैं। वहां पर निजी कॉलेजों के 30 से ज्यादा शिक्षकों को ड्यूटी पर लगाया है। ओटीपी चुराकर चॉइस लॉक करने वाला आरोपी शिक्षक सौरभ पांडेय खुद ही रजत डिग्री कॉलेज में शिक्षक है, जहां पर छात्रा की सीट लॉक की गई थी। मामले की जानकारी के बाद बीएड स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रो। वाइके शर्मा, डिप्टी कोऑर्डिनेटर प्रो। एसपी त्रिवेदी की टीम मौके पर पहुंच की जांच शुरू की तो तीनों आरोपी शिक्षक वहां से गायब मिले। आरोपी मो। सईद, सौरभ पांडेय और कुमार गौरव वाजपेई के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई के नाम पर सईद को वेरीफिकेशन से हटाकर फाइलिंग के काउंटर पर लगा दिया गया है।

राजभवन के नाम पर जागे अधिकारी

छात्रा ने राज्यपाल रामनाईक और एलयू वीसी प्रो। एसबी निमसे से लिखित शिकायत की है। वीसी की फटकार के बाद अधिकारियों ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया हैं। मंगलवार को इस पूरे मामले पर चर्चा करने के बाद छात्रा को दोबारा मौका देने की बात कही है। इसके लिए यूनिवर्सिटी की ओर से छात्रा से ईमेल भी मंगवाया गया है।

छात्रा की शिकायत पर उसका च्वाइस रद्द कर दी गई है। उसे दोबारा मौका दिया गया है। उसको 26 जून को दोबारा से सीट एलॉट कर दी जाएगी। साथ ही इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा।

प्रो। वाईके शर्मा, बीएड-कोऑर्डिनेटर