यरूशलम (एपी)। इजराइल के संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाले गठबंधन ने जीत दर्ज कर ली है। अब वह फिर से देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वह पांचवीं बार प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे। पांचवीं बार प्रधामंत्री बनकर वह अपना रिकॉर्ड कायम करेंगे। इजराइल में मंगलवार को हुए संसदीय चुनाव में हालांकि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है लेकिन नेतन्याहू अन्य राष्ट्रवादी और धार्मिक दलों की मदद से गठबंधन की सरकार बना लेंगे। नेतन्याहू की जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनको बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में नेतन्याहू को टैग करते हुए लिखा है, 'मेरे प्यारे दोस्त बीबी, आप भारत के सबसे अच्छे मित्र हैं और दोनो देशों के संबधों को नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए हम आपके साथ मिलकर भविष्य में काम करेंगे।'


नेतन्याहू की पार्टी को मिलीं 65 सीटें

बता दें कि जीत के बाद 69 वर्षीय नेतन्याहू ने अपने समर्थकों से कहा, 'गठबंधन की सरकार बनाने के लिए दक्षिणपंथी धड़े और धार्मिक पार्टियों से बातचीत जारी है। मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि यह सरकार भले ही दक्षिणपंथी होगी लेकिन मैं प्रधामंत्री होने के नाते सभी नागरिकों को एक समान देखूंगा।' इजरायली मीडिया के मुताबिक, 97।4 परसेंट वोटों की गिनती हो गई है। नेतन्याहू की लिकुड पार्टी और उसके पारंपरिक सहयोगी दलों को 120 सदस्यीय संसद में 65 सीटें मिलती हैं। सेंटर-लेफ्ट दलों को 55 सीटें मिली हैं। लिकुड और ब्लू एंड ह्वाइट पार्टी बराबरी पर हैं। दोनों को 35-35 सीटें मिली हैं। चुनाव के अंतिम नतीजे गुरुवार तक आ सकते हैं लेकिन अब तक के नतीजों से साफ़ हो गया है कि नेतन्याहू अन्य राष्ट्रवादी पाटियों के सहयोग से आसानी से गठबंधन सरकार बना लेंगे। बता दें कि पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनकर नेतन्याहू इजरायल के 71 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा समय तक इस पद पर रहने वाले व्यक्ति बन जाएंगे।

 

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