बीएचयू में 'महामना की दृष्टि में वित्तीय शिक्षा और समृद्धि' विषयक सेमिनार में बोले एक्सप‌र्ट्स

VARANASI

मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र, बीएचयू में सोमवार को 'महामना की दृष्टि में वित्तीय शिक्षा और समृद्धि' विषयक नेशनल सेमिनार का आयेाजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट सेबी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर नागेन्द्र पारेख ने वित्तीय समावेश को राष्ट्रीय मिशन बताया। कहा कि केद्र सरकार की जन-धन योजना और डायरेक्ट बेनेफिट्स ट्रान्सफर जैसी योजनायें इस कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने घरेलु बचत को निवेश में रूपांतरित करने पर जोर दिया। मुख्य वक्ता ए। बालासुब्रमण्यम ने वित्तीय बाज़ार में बीते दशकों में हुए उतर-चढ़ाव से अवगत कराया। उन्होंने बताया की आज का निवेशक सूचना- समृद्ध है और निर्णय लेने में समर्थ है एवं सक्षम है। विशिष्ट अतिथि एनआईएसएम की डायरेक्टर एम। थान्मोज़ी ने व्यावहारिक जीवन में वित्तीय जागरूकता की आवश्यकता बतायी। विदेशों का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल स्तर से बच्चो को वित्तीय शिक्षा दी जाए। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री व चिंतक बजरंग लाल गुप्ता ने विकास की भारतीय दृष्टी से अवगत कराया और अपने 'सुमंगलम अवधारणा' को रेखांकित किया। अध्यक्षता बीएचयू के वीसी प्रो राकेश भटनागर ने की। मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र के समन्वक प्रो। आशा राम त्रिपाठी ने स्वागत किया.कार्यक्रम में चले दो तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रशांत कुमार व प्रो विनोद कुमार त्रिपाठी ने की। समापन समारोह की अध्यक्षता श्री सूर्य कान्त शर्मा जी ने की। मंच संचालन और धन्यवाद शोध अधिकारी डॉ उषा त्रिपाठी ने किया।