-शहर में हर दिन बढ़ रहा है संपत्ति विवाद का ग्राफ, सिर्फ डायल-100 पर पहुंचीं 25 हजार से अधिक शिकायतें

-जमीन-मकान संबंधी विवाद में हत्या, अपहरण व रंगदारी की भी बढ़ी घटनाएं

पिछले दस सालों में जमीन के बढ़ते दाम ने भी अपराध के ग्राफ को खूब बढ़ाया है। जमीन विवाद में भाई-भाई एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए तो कई मामलों में चाचा-भतीजे भी आमने-सामने आ गए। किसी ने जमीन के खातिर बाप को ही मार डाला तो किसी ने दोस्त को ही रास्ते से हटवा दिया। परिवार के अलावा अधिकतर जमीन-मकान संबंधी विवादों को लेकर पड़ोसियों से भी फौजदारी चल रही है। इसके अलावा भू माफियाओं की नजर भी गरीब, असहायों की जमीनों पर है। बाहुबल के बदौलत जमीनें कब्जा की जा रही हैं। इस बात की गवाही डायल-100 व बनारस के पुलिस थानों में बने जन सुनवाई केंद्र सहित आनलाइन आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों की बढ़ी हुई संख्या दे रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले दो सालों में डायल-100 पर अकेले संपत्ति विवाद से जुड़ी 25 हजार शिकायतें पहुंची हैं। साल भर पहले शुरू हुए भू माफिया पोर्टल पर भी दस हजार से अधिक शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।

कैंट, सारनाथ व लंका में अधिक

सिटी में बात करें तो कैंट थाने में डेली 4 से 5 शिकायतें सिर्फ जमीन से जुड़ी पहुंच रही हैं। शिवपुर, सारनाथ व लंका में भी कमोबेश यही स्थिति है। एक माह में सौ से डेढ़ सौ शिकायती पत्र सिर्फ जमीन संबंधित ही रहती हैं। थानों में बने जन सुनवाई केंद्र पर पीडि़त प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाते हैं तो थाना दिवस पर लेखपाल सहित अन्य अधिकारी को बुलाकर निस्तारण कराया जाता है। हालांकि यहां पीडि़तों को सफलता मिलने की उम्मीदें कम ही रहती हैं। जबकि एफआईआर दर्ज किये जाने के दौरान भी अधिकतर जमीन विवाद के मामले सामने आते हैं।

रूरल थाना क्षेत्र ज्यादा कुख्यात

सिटी के अलावा जमीन विवाद से जुड़ी सबसे अधिक शिकायतें लोहता, हनिया और चौबेपुर सहित चोलापुर में भी पहुंच रही हैं। इन थानों के अंतर्गत जमीन कब्जाने, अवैध प्लाटिंग व एक ही जमीन को कालोनाइजर द्वारा चार से पांच कस्टमर को बेचने की शिकायतें अधिक हैं। जन सुनवाई केंद्र पर आधा दर्जन प्रार्थना पत्र डेली पड़ते हैं, जिनमें संपत्ति विवाद सबसे अधिक होता है। इस तरह देखें तो इस केंद्र में डेढ़ सौ से दो सौ शिकायत पत्र हर माह पहुंच रहे हैं।

पीआरवी को लेकर बढ़ी आस

दो साल पहले शुरू हुए डायल-100 पर आने वाली कॉल अधिकतर संपत्ति विवाद से जुड़ी होती है। एक कॉल पर मौके पर पहुंच रही पीआरवी को लेकर भी लोगों में और आस जगी है। साल 2017 में संपत्ति विवाद से जुड़ी 12,019 शिकायतें डायल 100 पर पहुंचीं। जबकि 2018 में संपत्ति विवाद से जुड़ी 13,723 शिकायतें आई थीं।

एंटी भू-माफिया पोर्टल भी फुल

योगी सरकार के सत्ता में आते ही भू-माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए बने एंटी भू-माफिया पोर्टल पर हर दिन शिकायतें दर्ज हो रही हैं। देखा जाए तो साल भर में दस हजार से अधिक शिकायतें पोर्टल पर अपडेट हुई हैं। इसमें भू-माफियाओं की लिस्ट भी चस्पा की गई है। अधिकतर शिकायतें एक ही जमीन को बार-बार बेचने और अवैध तरीके से प्लाटिंग करने व जमीन-मकान कब्जा किए जाने की शिकायतें दर्ज हैं।

डायल-100 पर शिकायत

12,019

शिकायतें साल 2017 में संपत्ति विवाद की पहुंचीं

13,723

शिकायतें साल 2018 में संपत्ति विवाद की पहुंचीं

एंटी भू-माफिया पोर्टल

0,000

से अधिक शिकायतें साल भर में पहुंचीं संपत्ति विवाद की

150 से 200

प्रार्थना पत्र रोजाना पड़ रहे हैं बनारस पुलिस के चुनिंदा थानों में