तेज दिमाग गलत दिशा में लग गया


Allahabad: ख्वाहिश थी ब्रांडेड जींस पहनने की, मल्टीमीडिया मोबाइल सेट यूज करने की व घर बैठे पैसा कमाने की। गुरु ने अपना जादू चलाया और होने लगी सभी की ख्वाहिशें पूरी। गुरु एटीएम का नंबर और पासवर्ड चोरी करके आनलाइन शॉपिंग से सभी की ख्वाहिश पूरी करने लगा था। कभी ब्रांडेड जींस खरीदता तो कभी सोनी का महंगा मोबाइल। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। क्योंकि साइबर सेल ने मंडे को आनलाइन शॉपिंग करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए छह बदमाशों को अरेस्ट कर लिया. 

51000 रुपए की online shopping 
एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव ने मंडे को पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस में साइबर क्रिमिनल्स के बारे में मीडिया को बताया। हुआ यूं था कि थरवई के रहने वाले मुमताज अली एक दिन अपने बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पहुंचे थे। बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम सहसों में था। इस दौरान साइबर क्रिमिनल्स ने उनका एटीएम का नंबर और पासवर्ड चोरी कर लिया। फिर आसानी से उनके बैंक एकाउंट से 51000 रुपए का शॉपिंग कर डाली. 

गुरु का कोई जवाब नहीं 
इस मामले की जांच साइबर सेल के प्रभारी सब इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र राय को मिली। पुलिस ने बैंक से स्टेटमेंट निकला और जांच शुरू की। जांच में पता चला कि बदमाशों ने ऑनलाइन शॉपिंग की है। उन्होंने मोबाइल भी रिचार्ज कराया है। ब्रांडेड कपड़े के अलावा कई मोबाइल भी ऑन लाइन ही मंगाए हैं। जल्द ही पुलिस को पता चल गया कि इस गैंग का मास्टर माइंड गुरु है। दरअसल इस गैंग के लोग संजय को ही गुरु कहते हैं. 

दूसरों की ID करता था use
प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी ने खुलासा किया कि संजय का साथी एटीएम के अंदर जाकर नंबर और पासवर्ड चोरी करके आता था। फिर शुरू होता था संजय का कारनामा। संजय कंप्यूटर और इंटरनेट का अच्छा जानकार है। पिछले दो महीने से वह इसी धंधे में जुड़ा था। उसने इंटरनेट की मदद से आनलाइन शॉपिंग करने लगा और पुलिस से बचने के लिए उसने हर बार दूसरे के एडे्रस के सामान मंगवाए। माल की डिलेवरी कभी धर्मेन्द्र के रूम पर तो कभी अनिल के रूम पर मंगाया था। सोनी का महंगा मोबाइल राम बाबू को केवल सात हजार रुपए में बेच दिया। इस चक्कर में रामबाबू भी पकड़े गए। इस तरह इस गोरखधंधे में गुरु के चक्कर में उसके साथी भी घन चक्कर हो गए. 

B.Tech से सीखा 
संजय ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि उसने केवल इंटर तक स्टडी की है। उसने डाटा एंट्री का कोर्स किया था। उसका एक दोस्त अंकुर बीटेक कर रहा है। अंकुर से ही उसने आनलाइन शॉपिंग के बारे में जानकारी ली थी। अंकुर अपना सामान आनलाइन शॉपिंग से ही मंगाता था। ऐसे में ट्रेनिंग मिलने के बाद संजय ने भी ट्राई किया। पहला आइटम डिलेवर होने के बाद वह लगातार अपने सामान आनलाइन बुक करके मंगाने लगा था।

20 प्रतिशत छूट
पुलिस ने बताया कि यही नहीं पकड़े गए बदमाश पैसा कमाने के लिए भी फ्राड कर रहे थे। आनलाइन अपना मोबाइल रिचार्ज कर लेते थे और दूसरों का मोबाइल रिचार्ज करने के लिए 20 प्रतिशत की छूट भी देते थे। ऐसे में उन्हें पैसे कमाने का नया धंधा शुरू कर लिया था.