- सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात के बाद फोटो भी खिंचवाई

- चैंपियन व कर्णवाल के चेहरे पर हल्की मुस्कान की झलक

DEHRADUN: करीब डेढ़ माह से लगातार चल रही भाजपा के दो बयानवीर विधायकों के बीच जुबानी जंग का पटाक्षेप सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में सीएम आवास में हुआ. जहां दोनों विधायकों को दो टूक हिदायत दे दी गई है कि वे भविष्य में पार्टी अनुशासन के विपरीत कोई कार्य नहीं करेंगे. ऐसा होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है. सीएम की क्लास के बाद बकायदा दोनों विधायक हल्की मुस्कान साथ सीएम आवास के बाहर आए और फोटो भी खिंचवाई. इधर, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर फिर से सरकार को घेरने की कोशिश की है. लीडर अपोजिशन डा. इंदिरा हृदयेश ने साफ कहा कि जुबानी जंग के कारण राज्य की साख पर आंच आती है. कहा, ऐसे विधायक किसी भी पार्टी के हों, टिकट देने पर परहेज किया जाना चाहिए.

एक माह से चल रही जुबानी जंग

भाजपा के खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन व झबरेड़ा से देशराज कर्णवाल के बीच डेढ़ माह से लगातार जुबानी जंग चल रही थी. माना जा रहा है कि दोनों विधायक अपनी पत्‍ि‌नयों को लोकसभा में टिकट की मांग कर रहे थे. टिकट के चक्कर में दोनों के बीच जुबानी विवाद इस कदर बढ़ गया कि एक-दूसरे ने आरोप-प्रत्यारोप लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. यहां तक अखाड़े में उतरने तक के चैलेंज हुए. बताया जाता है कि इन विधायकों के कारण भाजपा के हरिद्वार से प्रत्याशी पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक को भी चुनाव में खासी दिक्कत हुई.

सीएम ने दिया अल्टीमेटम

फिलहाल, चुनाव निपटने के बाद चार दिन पहले प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट मुख्यालय पहुंचे. दूसरे ही दिन उन्होंने दोनों विधायकों को अपनी जुबां पर कंट्रोल रखने के निर्देश के साथ ही नोटिस जारी किया. नोटिस का जवाब हफ्तेभर में दिए जाने के लिए भी निर्देश दिए. इसी क्रम में दोनों विधायकों की पेशी थर्सडे को प्रदेश मुख्यालय में होनी थी, लेकिन दोनों विधायकों को सीएम आवास से बुलावा आया और दोनों के आपसी विवाद का सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में पटाक्षेप हुआ. सीएम आवास पर दोनों को अल्टीमेटम दिया गया कि भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति हुई तो कार्रवाई निश्चित है. बदले में दोनों ने आपसी विवाद को खत्म करने के साथ ही मिलकर कार्य करने का भी भरोसा दिया. सीएम ने दोनों विधायकों कुंवर प्रणव चैंपियन व देशराज कर्णवाल को अपने आवास पर बुलाया. इस दौरान उनके साथ प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल भी मौजूद रहे. सीएम ने दोनों विधायकों पर नाराजगी जताई.

ऐसे विधायकों को टिकट न मिले: इंदिरा

लीडर अपोजिशन डा. इंदिरा हृदयेश ने भाजपा विधायकों की जुबानी जंग को घटिया करार दिया है. कहा, विधायकों के बयानों से उत्तराखंड की बदनामी होती है. भाजपा जो अपने आपको अनुशासित पार्टी कहती है, ऐसे विधायकों पर लगाम लगानी चाहिए. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे लोगों को न ही पार्टी टिकट दे और न ही जनता इनको वोट दे.