-वर्ष 2014 में आया था दो वर्ष का बीपीएड करने का जीओ उसके बाद से नहीं हुआ एग्जाम

-धांधली एडमिशन के चलते 2015 फ‌र्स्ट ईयर वाला एग्जाम हुआ था 2015 में, सेकंड ईयर आज तक नहीं

BAREŒLLY :

बीपीएड स्टूडेंट्स के भविष्य पर आरयू ने ही 'ताला' लगा दिया। आरयू ने वर्ष 2014 से बीपीएड को दो वर्ष कर दिया गया था, जिसके बाद से आज तक स्टूडेंट्स के एडमिशन तो हुए, लेकिन किसी बैच का फाइनल एग्जाम आरयू नहीं करा सका। जिससे स्टूडेंट्स के भविष्य संकट में फंस गया है। परेशान तमाम स्टूडेंट्स फ्राइडे को सछास नेता गजेन्द्र पटेल के साथ परीक्षा नियंत्रक के पास आरयू पहुंचे। परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन सौंपकर एग्जाम कराने की मांग की है.परीक्षा नियंत्रक ने स्टूडेंट्स से ज्ञापन लेने के बाद समाधान का भरोसा दिया है।

2015 में लिया थ्ा एडमिशन

आरयू पहुंचे स्टूडेंट्स ने परीक्षा नियंत्रक को दिए ज्ञापन में बताया कि आरयू ने वर्ष 2014 में एक जीओ जारी किया था। जिसमें बताया कि बीपीएड अब दो वर्ष का कराया जाएगा। जिसके बाद उन्होंने 2015 में बीपीएड में एडमिशन लिया था। एडमिशन लेने के बाद कुछ माननीयों के कॉलेज में धांधली से एडमिशन हुए उसका खुलासा हो गया। इस बात की जानकारी पर आरयू को हुई तो आरयू ने एग्जाम ही नही कराया। जिसके बाद कमेटी ने जांच की और फ‌र्स्ट ईयर का एग्जाम 2016 की जगह 2017 में करा दिया। इसके बाद सेकंड ईयर का एग्जाम 2018 में फाइनल एग्जाम नहीं कराया। जिससे उनका कोर्स फाइनल ही नहीं हो सका। जबकि वर्ष 2017 में फ‌र्स्ट ईयर के एडमिशन कर लिए। उनके भी एग्जाम नहीं कराए। इतना ही नहीं वर्ष 2018 में भी फ‌र्स्ट ईयर के एडमिशन कर लिए। लेकिन लेकिन फ‌र्स्ट बैच के स्टूडेंट्स का अभी तक एग्जाम नहीं कराया है।

300 करीब है सीटें

ज्ञात हो आरयू के संबद्ध चार कॉलेजेज में ही बीपीएड कोर्स चल रहा है। जिसमें रामपुर, गजरौला, मीरगंज और मुरादाबाद के कॉलेज शामिल हैं। सभी कॉलेजेज में कुल करीब 300 सीटें हैं। वर्ष 2014 के फ‌र्स्ट बैच में तो लगभग सीटें फुल थी लेकिन उसके बाद से लगातार एडमिशन कम होते गए। जिसके चलते इस बार मात्र 90 ही एडमिशन हुए है।