-गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी, बाढ़ का पानी चेतावनी निशान के करीब पहुंचने से बढ़ी बेचैनी

-तटीय एरिया के बाशिंदों का पलायन शुरू, सुरक्षित ठिकानों की तलाश हुई तेज

गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटीय एरिया के बाशिंदों की धड़कनें भी बढ़ने लगी हैं। खतरे का निशान पार करने को आतुर सदानीरा के रौद्र रूप से बचने के लिए तटीय एरिया वासियों ने इंतजाम करना शुरू कर दिया है। सुरक्षित ठिकानों की तलाश तेज कर दी है। गंगा के तटीय एरिया में शुमार और हर साल बाढ़ का प्रकोप झेलने वाले नगवां, सामनेघाट, रमना, मदरवां, बनपुरवां के लोग पलायन करने लगे हैं। यहां सिर्फ वहीं रह गए हैं जिन्हें अभी कोई और विकल्प नहीं मिला है। उधर, ज्ञान प्रवाह के समीप नाले से सामनेघाट एरिया की ओर पानी का बहाव भी तेज हो चला है। मंगलवार की शाम छह बजे तक केंद्रीय जल आयोग ने गंगा का जलस्तर 69.99 मीटर दर्ज किया। जिसकी बहाव गति दो सेमी बताई गई। ऐसे में जिस तरह से गंगा में पानी बढ़ रहा है उससे यह आशंका है कि बुधवार की सुबह तक गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान 70.26 मीटर को पार कर जाएगा। यदि यही गति रही तो फिर खतरे का निशान 71.26 को पार करने में ज्यादा देर नहीं लगेगी।

ग्राउंड फ्लोर होने लगा खाली

सबसे पहले बाढ़ का दंश झेलने वाले सामनेघाट, नगवा, रमना, बनपुरवां आदि एरिया में बसे लोगों ने ग्राउंड फ्लोर का मकान खाली करना शुरू कर दिया है। स्थिति यह हो गई है कि बीएचयू सहित कोचिंग में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स रूम छोड़ने की तैयारी में हैं। अधिकतर स्टूडेंट्स, टीचर्स सहित फैमिली ने ठिकाना बदल दिया है। जिन्हें ठौर नहीं मिला है वह भी प्रयास में है कि जल्द ठिकाना मिल जाए।

बाढ़ में डूब जाते हैं मकान-फ्लैट

पिछले साल आयी बाढ़ में निचले एरिया में स्थिति यह थी कि दो मंजिला मकान बाढ़ में समा गए थे। यही नहीं, कहीं-कहीं तीन मंजिला मकान तक गंगा की बाढ़ में डूब गये थे। हर साल आने वाली बाढ़ को देखते हुए बहुत से लोगों ने सामनेघाट एरिया से मकान, प्लाट बेच कहीं और ठिकाना बना लिया। अभी भी ऐसे काफी लोग हैं जो मकान बेचने की सोच रहे हैं लेकिन उन्हें खरीदार नहीं मिल रहे।

एक नजर

-केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बनारस में 24 घंटे के अंदर 18 सेंटीमीटर तक बढ़ी गंगा

-सोमवार को 68.89 मीटर

-मंगलवार को 69.99 मीटर

-दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है गंगा

-चेतावनी बिंदू है 70.26 मीटर

-खतरे का बिंदू है 71.26 मीटर

वर्जन--

पश्चिमी क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से बारिश काफी अच्छी हुई है। यही वजह है कि गंगा में पानी का प्रवाह तेजी से हो रहा है। आगे भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव की संभावना है।

प्रो। बीडी त्रिपाठी, पर्यावरणविद्