20 अन्य युवक भी तैराकी सीख रहे थे
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LUCKNOW : महानगर स्थित कॉल्विन तालुकेदार्स कॉलेज के स्वीमिंग पूल में रविवार सुबह बीटेक छात्र आशुतोष सिंह (22) संदिग्ध हालात में डूब गया। आनन-फानन उसे बलरामपुर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह घटना घटित हुई उस समय पूल में आशुतोष के अलावा 20 अन्य युवक भी तैराकी सीख रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।


तीन दिन पहले लिया था एडमिशन

हुसैनगंज के छितवापुर स्थित वीर नगर निवासी महेंद्र पाल सिंह इंदिरानगर स्थित वन विभाग के ऑफिस में क्लर्क हैं। उनका इकलौता बेटा आशुतोष श्रीराम स्वरूप मेमोरियल इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र था। परिजनों के मुताबिक, आशुतोष को तैराकी का शौक था, इसी वजह से उसने तीन दिन पहले कॉल्विन तालुकेदार्स कॉलेज स्थित स्वीमिंग पूल में एडमिशन लिया था। गौरतलब है कि यह पूल प्राइवेट कॉन्ट्रैक्ट पर है। पुलिस के मुताबिक, आशुतोष सुबह 8.30 से 9.30 की शिफ्ट में स्वीमिंग सीखता था।

 

तबीयत नासाज होने की बात कही थी

रविवार सुबह 8.30 बजे आशुतोष रोज की तरह स्वीमिंग पूल पर पहुंचा। स्वीमिंग कोच प्रवीण सोनकर ने पुलिस को बताया कि आशुतोष जब पूल पर पहुंचा तो उसने बताया कि उसकी तबियत ठीक नहीं है। इस पर उन्होंने उसे वापस घर जाने की सलाह दी थी। पर, आशुतोष ने कहा कि अब वह आ गया है तो थोड़ी देर प्रैक्टिस करके ही जाएगा। इसके बाद आशुतोष पूल में उतर गया। प्रवीण ने बताया कि पांच मिनट बाद ही पूल के किनारे मौजूद ट्रेनर मोहित की नजर आशुतोष पर पड़ी। उस दौरान आशुतोष का शरीर पानी में उतरा रहा था। यह देख मोहित ने पूल में कूद पड़ा और आशुतोष को बाहर निकाला।

 

हॉस्पिटल ले जाते समय तोड़ा दम

प्रवीण ने बताया कि आशुतोष को जिस वक्त पूल से निकाला गया उसकी सांस चल रही थी। उन लोगों ने भी उसे मुंह से सांस देने की कोशिश की। इसके बाद वे अन्य लोगों की मदद से आशुतोष को आनन-फानन लेकर बलरामपुर हॉस्पिटल पहुंचे। लेकिन, तब तक आशुतोष दम तोड़ चुका था। हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स ने घटना की सूचना वजीरगंज पुलिस को दी। वहीं, कोच प्रवीण ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर हादसे की सूचना दी। जानकारी मिलने पर पहुंची महानगर पुलिस ने आशुतोष के कपड़े, बैग व मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया।

परिजनों का आरोप, नहीं दी सूचना

घटना की सूचना मिलने पर हॉस्पिटल पहुंची आशुतोष की बड़ी बहन पोषिता सिंह ने पुलिस को बताया कि आशुतोष सुबह 10 बजे तक स्वीमिंग प्रैक्टिस करके वापस घर लौट आता था। रविवार सुबह जब वह वापस नहीं लौटा तो उन्होंने आशुतोष के मोबाइल फोन पर कॉल किया। कॉल किसी पुलिसकर्मी ने रिसीव की और उन्हें घटना की जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पूल के कोच या ट्रेनर ने उन्हें किसी हादसे की सूचना नहीं दी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि

इंस्पेक्टर महानगर विकास पांडेय ने बताया कि रविवार देरशाम आई आशुतोष की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत की वजह डूबने से होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि आशुतोष किन हालात में डूबा, इसकी जांच की जा रही है। तहरीर न मिलने की वजह से देररात तक एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी।