कानपुर। यूपी के बुलंदशहर के स्याना थाने क्षेत्र के चिंगरावटी गांव के खेत में गोवंश मिलने के विरोध में लोगों ने जाम लगाया था। इस दौरान पुलिस ने हालात पर नियंत्रण करने के लिए फायरिंग की ताे बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। हिंसा में छात्र सुमित भी घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके अलावा भीड़ ने चौकी अंदर जमकर तोडफ़ोड़ की। भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करने वाले इस्पेक्टर सुबोध कुमार भी भीड़ में की गई फायरिंग से शहीद हो गए। इंस्पेक्टर सुबोध एटा के रहने वाले थे।
अब कल किसके पापा अपनी जिंदगी खाेएंगे
ऐसे में मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद हुए इस्पेक्टर सुबोध कुमार के बेटे अभिषेक को तो यकीन ही नहीं है कि उसके पापा उसे हमेशा के लिए छोड़कर चले गए। रोते हुए अभिषेक ने कहा कि उसके पापा तो उसे एक अच्छा इंसान बनाना चाहते थे। ऐसा इंसान जाे समाज में धर्म के नाम पर हिंसा को उत्तेजित न करे । आज उसके पापा ने हिंदू-मुस्लिम विवाद में अपना जीवन खो दिया। अब कल किसके पापा इस विवाद में अपनी जिंदगी खाेएंगे। पिता के गम में डूबे अभिषेक के ऐसे सवाल सुनकर हर किसी की आंखाें से थमने का नही ले रहे।
सीएम योगी ने किया आर्थिक मदद का ऐलान
वहीं बुलंदशहर की इस घटना को लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसएचओ सुबोध व ग्रामीण सुमित की मौत पर दुख जताया। सीएम योगी ने शहीद सुबह हुए इस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिजनाें की आर्थिक मदद का भी ऐलान किया है। शहीद को पत्नी को 40 लाख, माता-पिता को 10 लाख रुपये और इसके अलावा उनके बेटे को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। वहीं सीएम के आदेश पर मामले की जांच के लिए आईजी रेंज के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। अधिकारियों को 48 घंटे में मामले की रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
बुलंदशहर : गोहत्या को लेकर में भीड़ ने इंस्पेक्टर समेत दो को मार डाला, तनाव बरकरार
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