RANCHI : राज्य के परिवहन मंत्री के आदेशों की भी परवाह बस संचालकों को नहीं है। मंत्री सीपी सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी रूट में यात्री बसों के किराए में बढ़ोतरी का अधिकार बस ओनर्स एसोसिएशन को नहीं है, लेकिन रांची से ज्यादातर रूटों के बस भाड़े में 30-40 परसेंट तक का इजाफा कर दिया गया है। इतना ही नहीं, यात्रियों से बढ़ा हुआ भाड़ा भी वसूला जा रहा है। गौरतलब है कि रांची-हजारीबाग के एसी बस का किराया 130 से बढ़ाकर 160 रुपए कर दिया गया है, जबकि कोडरमा के लिए अब 200 रुपए की जगह 250 रुपए भाड़ा लिया जा रहा है। परिवहन मंत्री सीपी सिंह ने बुधवार को कहा था कि भाड़ा बढ़ाने वाले बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, इसके बावजूद गुरुवार को एसी बसों में बढ़े हुए किराये की वसूली पैसेंजर्स से की गई।

डीजल की कीमतों का हवाला

बस ओनर्स एसोसिएशन का कहना है कि पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण ही सभी रूटों के बस भाड़े में वृद्धि करने का फैसला लिया गया है। रांची से खुलने वाली सामान्य बसों के किराए में 10 रुपये से लेकर 30 रुपये तक की वृद्धि की गयी है। वहीं, एसी बसों का 30 रूपए से लेकर 50 रूपए तक किराया बढ़ा दिया गया है।

परिवहन मंत्री बोले, होगी कार्रवाई

एसी और नन एसी बसों के किराए में बढ़ोतरी को लेकर परिवहन मंत्री और बस ओनर्स एसोसिएशन आमने-सामने आ गए हैं। एसोसिएशन के निर्देश पर गुरुवार से यात्रियों से बढ़ा हुआ किराया वसूला लिया जा रहा है। जबकि, परिवहन मंत्री सीपी सिंह ने किराये में बढ़ोतरी को अवैध करार दिया है। उन्होंने कहा कि बस भाड़े में वृद्धि करने का अधिकार बस ओनर्स एसोसिएशन को नहीं है। एसोसिएशन द्वारा भाड़ा बढ़ाना नाजायज है। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यात्रियों से भी अपील की है कि वे बढ़ा हुआ भाड़ा नहीं दें।

एसोसिएशन ने कहा, विभाग तय कर दे किराया

रांची बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण मोहन सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा बस का किराया तय कर दिया जाए। बस का किराया लागू किया गया है, लेकिन जर्बदस्ती किसी से वसूला नही जा रहा है। दस रूपए लोग अपनी मर्जी से भी दे रहे हैं। डीजल क ा दाम लगातार बढ़ रहे हा है इसलिए दस रूपए से 30 रूपए तक बढ़ाया गया है। परिवहन विभाग जो किराया तय करेगा वही लिया जाएगा।