- यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के अंतर्गत आने वाले आठ डिपो के बसों में लगाए जाने थे कैमरे

GORAKHPUR: यूपी रोडवेज की बसों में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगाए जाने वाली तीसरी आंख के दावे फिलहाल हवा-हवाई नजर आ रहे हैं। आदेश के बाद भी गोरखपुर रीजन की बसों में अभी तक कैमरा नहीं लग सका है। वहीं रोडवेज के अधिकारी भी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

47.50 करोड़ रुपए होंगे खर्च

बता दें, यूपीएसआरटीसी की बसों में निर्भया फंड से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यूपीएसआरटीसी के चीफ जनरल मैनेजर टेक्निकल 'सीजीएमटी' जयदेव वर्मा के मुताबिक, केंद्र सरकार ने परिवहन निगम को 47.50 करोड़ रुपए से 12,500 बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए दिए हैं। रोडवेज की बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए जल्द ही टेंडर निकालने की बात कही गई। लेकिन अभी तक टेंडर निकाला गया या नहीं इस संदर्भ में यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।

745 बसों में लगना है सीसीटीवी कैमरा

यूपी रोडवेज मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, टेंडर का काम पूरा होने के बाद मार्च 2018 तक रोडवेज की सभी 12,500 बसों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाने का दावा किया गया था। उसके बाद गोरखपुर रीजन के 745 बसों में लगाया जाना था। इसका शुभारंभ लखनऊ से होकर बाकी अन्य जिले के डिपो की बसों में होना था। लेकिन गोरखपुर रीजन समेत आठ डिपो में दावा अभी तक हवा-हवाई है। जबकि सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने की प्रक्रिया मार्च में पूरा कर लेना था।

कंट्रोल रूम को करना था मॉनिटरिंग

यूपी रोडवेज से मिली जानकारी के मुताबिक, इस योजना के तहत गोरखपुर रीजन के बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगाकर उसकी कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जाएगी। लेकिन इस संदर्भ में अभी तक गोरखपुर रीजन के अधिकारियों को जानकारी नहीं दी गई है।

वर्जन

बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के लिए क्या बजट है और कौन लगाएगा। इसके लिए मुझे जानकारी नहीं है और ना ही मेरे पास किसी प्रकार का कोई निर्देश अभी प्राप्त है।

आरके शर्मा, एआरएम फाइनेंस, यूपी रोडवेज