-तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है गंगा-यमुना

-मुसीबत में आ सकते हैं एक दर्जन से अधिक कछारी इलाके

ALLAHABAD: गंगा-यमुना में आई तेजी से कछारी इलाके के लोगों की दिलों की धड़कनें बढ़ गई हैं। माता टीला बांध और उत्तराखंड से छोड़ा गया पानी भारी मात्रा में नदियों में पहुंचकर उफान का कारण बना हुआ है। ऐसे में नदी के कछार से जुड़े एक दर्जन से अधिक इलाकों में पानी कभी भी दस्तक दे सकता है। जलस्तर में वृद्धि देखकर अधिकारियों के कान भी खड़े हो गए हैं। बंधवा के श्रीबड़े हनुमान मंदिर के काफी नजदीक पहुंच चुका गंगा का पानी भी किसी भी समय मंदिर में प्रवेश कर सकता है। इसको लेकर भक्तों में कौतूहल बना हुआ है।

16 घंटे में दिखा दिया रौद्र रूप

दोनों नदियों का जलस्तर मंगलवार को रौद्र रूप में नजर आया। 16 घंटे के भीतर नदियों ने डेढ़ मीटर तक बढ़त बनाई। इसको देखकर अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। बताया गया कि नरौरा, माता टीला सहित अन्य बांधों से लगातार पानी छोड़े जाने से यह स्थिति बन गई है। 14 लाख क्यूसेक से अधिक पानी इलाहाबाद पहुंच रहा है। इसकी वजह से पानी स्थिर होने में थोड़ा समय लगेगा।

तो बंद हो जाएगा मोरी गेट

ओमगायत्री नगर, सलोरी, छोटा व बड़ा बघाड़ा, सदियाबाद, कैलाशनगर सहित कई एरिया में नदियां काफी करीब पहुंच चुकी हैं। मंगलवार दोपहर सलोरी में श्रीगंगेश्वरधाम मंदिर के नीचे गंगा का पानी पहुंच चुका था। जबकि, बंधवा के श्रीबड़े हनुमानजी मंदिर के नजदीक भी गंगा के पानी उपस्थिति दर्ज करा दी है। अब भक्तों को नदी के मंदिर में प्रवेश करने का इंतजार है। बजरंगबली के गंगा में स्नान करते हुए ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाएगी। माना जाता है कि इस संयोग के होने से जिले में उस साल फसल बेहतर होने के साथ माघ या कुंभ मेले का आयोजन भी सफलतापूर्वक होता है। 82 मीटर जलस्तर क्रॉस करने के बाद प्रशासन बक्शी बांध के बाद मोरी गेट भी बंद कर देगा।

वर्जन

मंगलवार दोपहर पानी बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है। उम्मीद है कि जल्द ही नदियों का जलस्तर स्थिर हो जाएगा। अगर पीछे से पानी छोड़ा गया तो फिर जलस्तर के स्थिर होने का इंतजार करना पड़ सकता है।

-मनोज कुमार, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड

जलस्तर

सुबह आठ बजे

फाफामऊ: 81.28 मीटर

बढ़त: 60 सेमी

छतनाग: 80.21 मीटर

बढ़त: 01.30 मीटर

नैनी: 80.94 मीटर

बढ़त: 01.40 मीटर

शाम चार बजे

फाफामऊ: 81.56 मीटर

छतनाग: 80.49 मीटर

नैनी: 81.25 मीटर