- इस बार यूपी में स्थित 6 सेंटर्स किए गए ड्रॉप

- पिछले वर्ष बोर्ड एग्जाम्स के दौरान मिलीं थी इन सेंटर्स में अव्यवस्थाएं

- 2,79,102 स्टूडेंट्स के लिए बनाए गए 414 एग्जाम सेंटर्स

देहरादून,

सीबीएसई दून रीजन में बोर्ड एग्जाम के लिए बनाए गए 414 एग्जाम सेंटर्स में यूपी की तुलना में उत्तराखंड के सेंटर्स की इमेज ज्यादा बेहतर पाई गई है। खराब इमेज के चलते यूपी के 6 एग्जाम सेंटर्स को इस बार ड्रॉप कर दिया गया है, जो पिछले वर्ष गाजियाबाद और मेरठ जिले में बनाए गए थे। इधर सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर द्वारा बोर्ड सेंटर्स को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं कि, एग्जाम के दौरान किसी भी सेंटर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, अगर लापरवाही हुई तो कार्रवाई की जाएगी।

21, 434 स्टूडेंट बढ़े, 58 नए सेंटर्स

सीबीएसई के एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं। देहरादून रीजन में एग्जाम देने वाले 2,79,102 स्टूडेंट्स के लिए 414 एग्जाम सेंटर्स बनाए हैं। पिछले वर्ष 2,57,668 स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम्स के लिए रजिस्टर्ड थे, जिनके लिए 356 सेंटर्स बनाए गए थे। इस वर्ष बोर्ड में 21,434 स्टूडेंट्स बढ़े हैं जिनके लिए 58 नए सेंटर्स बनाए गए हैं। खास बात ये है कि देहरादून रीजन में आने वाले यूपी के 6 स्कूलों को इस बार एग्जाम सेंटर्स नहीं बनाया गया है। पिछले वर्ष इन स्कूलों में एग्जाम के दौरान सुविधाएं और अन्य मानकों में कमी पाई गई थी।

उत्तराखंड में 17 सेल्फ सेंटर

सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर रणबीर सिंह ने बताया कि सीबीएसई सेल्फ सेंटर को कम करने जा रही है। जिससे, एग्जाम के मानकों को लेकर किसी तरह के सवाल खड़े न हों। लेकिन, उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए 17 सेल्फ सेंटर नाए गए हैं, यहां के कई स्कूल रिमोट एरिया में है। जहां सेल्फ सेंटर रखना जरूरी है।

स्कूलों के कंट्रोल रूम पर रहेगा फोकस

सीबीएसई द्वारा बनाए गए एग्जाम सेंटर्स में सुरक्षा और नकल विहीन परीक्षा पर विशेष फोकस रहेगा। हर एग्जाम सेंटर्स में सीसीटीवी कैमरा, सरप्राइज चेकिंग, फ्लाइंग स्क्वॉयड की निगरानी रहेगी। वहीं, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे। एग्जाम के दौरान ड्यूटी देने वाले सभी टीचर्स को स्कूल में ही बने कंट्रोल रूम में अपना मोबाइल जमा करना होगा। साथ ही हर कंट्रोल रूम से सीबीएसई की हेल्पलाइन जुड़ी रहेगी, जिसमें डेली रिपोर्टिग की जाएगी।

लापरवाही नहीं बर्दाश्त

एग्जाम सेंटर्स को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही और अन्य मानकों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। बोर्ड एग्जाम को बेहतर तरीके से संपन्न कराने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।

रणबीर सिंह, रीजनल ऑफिसर, सीबीएसई