जालौन की अंजली भदौरिया को इग्नू के वीसी प्रो। नागेश्वर राव व चांसलर राम नाईक ने प्रदान किया मेडल

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का तेरहवां दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि इग्नू के वीसी प्रो। नागेश्वर राव, विश्वविद्यालय के चांसलर व प्रदेश के गर्वनर राम नाईक व विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। केएन सिंह ने जालौन की किसान परिवार की अंजली भदौरिया को चांसलर गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। अंजली ने स्नातक व परास्नातक परीक्षाओं में उत्तीर्ण सभी शिक्षार्थियों में सर्वाधिक 85.40 फीसदी अंक हासिल किया था। समारोह में सत्र 2017-18 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण लगभग 21 हजार शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। इसमें छात्रों की संख्या 11173 एवं छात्राओं की संख्या 9655 है।

गोल्ड मेडल : परास्नातक वर्ग

-संतोष कुमार सिंह, मानविकी विद्याशाखा, उपरदहा अध्ययन केन्द्र

-अमरनाथ गुप्ता, समाज विज्ञान विद्याशाखा, लखनऊ अध्ययन केन्द्र

-दीपाक्षी अग्रवाल, प्रबंधन अध्ययन विद्याशाखा, लखनऊ अध्ययन केन्द्र

-धर्मेन्द्र यादव, कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा, आजमगढ़ अध्ययन केन्द्र

-रीना शाक्य, एमए शिक्षाशास्त्र, लखनऊ अध्ययन केन्द्र

-आयुषी सिंह, विज्ञान विद्याशाखा, कानपुर अध्ययन केन्द्र

गोल्ड मेडल : स्नातक वर्ग

-अंजली भदौरिया, मानविकी विद्याशाखा, जालौन अध्ययन केन्द्र

-शारदा कुमारी, समाज विज्ञान विद्याशाखा, लखनऊ अध्ययन केन्द्र

-इला राना, प्रबंधन अध्ययन विद्याशाखा, मथुरा अध्ययन केन्द्र

-आशीष कुमार वर्मा, कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा, वाराणसी अध्ययन केन्द्र

-रजीउल्लाह, विज्ञान विद्या शाखा, अम्बेडकरनगर अध्ययन केन्द्र

दानदाता गोल्ड मेडल

-सलिला तिवारी एमबीए, कैलाश पंत नेवेटिया स्मृति गोल्ड मेडल, विश्वविद्यालय मुख्य परिसर

-शारदा कुमारी बीए, स्व। अनिल-मीना स्मृति गोल्ड मेडल, विश्वविद्यालय मुख्य परिसर

-आराधना चौबे एमए राजनीति विज्ञान, स्व। अनिल-मीना स्मृति गोल्ड मेडल, मुख्य परिसर अध्ययन केन्द्र

-अजय कुमार एमए समाजशास्त्र, प्रो। एमपी दुबे पर्यावरण गांधी चिंतन व शांति अध्ययन उत्कृष्टता गोल्ड मेडल, आगरा अध्ययन केन्द्र

-अर्चना दुबे एमए अंग्रेजी, प्रो। एमपी दुबे दिव्यांग मेधा गोल्ड मेडल, लखनऊ अध्ययन केन्द्र

लाइबे्ररी सांइस में बनाना है करियर : अंजली

उप्र के जालौन जिले के ग्राम सालाबाद की अंजली भदौरिया के पिता थोड़ी बहुत खेती से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। चांसलर मेडल हासिल करने वाली उनकी बेटी अंजली का सपना लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाने का है। चार बहन व दो भाईयों में सबसे बड़ी अंजली ने बताया कि इस सम्मान के सबसे बड़े हकदार मेरे पिताजी हैं, जिन्होंने कभी भी मेरी पढ़ाई में धन की कमी आड़े नहीं आने दी। अब लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाकर उनके सपने को साकार करना है।