छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत ई-वे बिल को लागू कराने में कर विभाग जोर-शोर से अभियान चला रहा है। इसके तहत जमशेदपुर प्रमंडल ने आठ दिनों में 775 वाहनों की जांच की, जिसमें 26 वाहनों में ई-वे बिल की अनियमितता मिली। इन वाहनों के मालिक से 10 लाख 16 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया, जबकि 12 वाहनों की जांच-पड़ताल की जा रही है। इनमें से कुछ वाहन राज्य कर भवन के बिष्टुपुर स्थित परिसर में जब्त कर रखे गए हैं।

हो रही कर चोरी की कोशिश

जमशेदपुर प्रमंडल के संयुक्त आयुक्त (प्रशासन) संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि पकड़े गए अधिकांश मामलों की जांच से पता चला कि जान-बूझकर करवंचना की कोशिश की जा रही है। कई वाहनों में एक्सपायरी डेट के ई-वे बिल (रोड परमिट) मिले, जबकि कुछ बिना परमिट के ही माल ढो रहे थे। यह जांच अभियान पूरे कोल्हान में चलाया जा रहा है।

एक अप्रैल से लागू है ई-वे बिल

ज्ञात हो कि ई-वे बिल पहले एक फरवरी को लागू किया गया था, लेकिन इसे दूसरे दिन ही निरस्त कर दिया गया। इसके बाद एक अप्रैल से लागू किया गया, जो अब तक जारी है। हालांकि एक अप्रैल के बाद कुछ वाहन ही विभाग ने पकड़े थे, जिसमें करीब तीन लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। इस बार यह अभियान 11 मई से शुरू हुआ है, जिसमें हर दिन सड़क पर जांच की जा रही है।

आधे माल का मिला परमिट

राज्य कर विभाग ने शुक्रवार को एक ट्रक पकड़ा, जिसमें सीमेंट लदा था। चालक के पास ई-वे बिल भी था, लेकिन उसमें वर्णित बोरियों की संख्या से विभागीय अधिकारियों को शक हो गया। कड़ाई बरतने पर माल के मालिक ने स्वीकार किया कि उसने परमिट में आधा माल ही दिखाया है। वह जुर्माना देने को तैयार हो गया है।