-झोलाछाप ने बिन ब्याही मां का प्रसव कराकर बच्ची का सौदा कर दिया था

-दंपती से और रुपये मांगे तो खुला मामला, फिर विवाद थाने जा पहुंचा

BAREILLY : बिन ब्याही मां की बच्ची का सौदा किए जाने की खबर पब्लिश होने के बाद पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग थर्सडे को एक्शन में आ गया। एक ओर जहां चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने गांव जाकर बच्ची को दंपती से कब्जे में लिया, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध प्रसव केंद्र पर छापेमारी कर उसे सील कर दिया। अवैध क्लीनिक में ऑपरेशन थियेटर के साथ दवाइयां मिलीं, लेकिन झोलाछाप पकड़ में नहीं आई। वह ताला डालकर भाग गई थी।

शेल्टर होम में रखा नवजात
ज्ञात हो बरसेर गांव में झोलाछाप के क्लीनिक पर बिन ब्याही मां का प्रसव कराया गया था, लेकिन युवती नवजात को छोड़कर चली गई थी। इस पर झोलाछाप ने नवजात का सौदा कर दिया। मामला वेडनसडे को सुर्खियों में आ गया। सूचना पर चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम सुबह पुलिस के साथ गांव रामनगर पहुंची। जिस दंपती ने इस बच्ची को लिया था, उससे वापस मांगा तो वह विरोध करने लगे, लेकिन चाइल्ड लाइन की सरिता व हरेन्द्र मौर्य ने उन्हें बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया बताई तो दंपत्ति ने बच्चा चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। आंवला कोतवाली से नवजात को मेडिकल कराने के बाद चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। जहां से उसे सीडब्ल्यूसी के सामने पेश करने के बाद शेल्टर होम में पहुंचा दिया गया है.

सीएमओ ने भेजी टीम
सीएमओ के निर्देश पर पीएचसी रामनगर के प्रभारी डॉ। अजय कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग टीम ने बरसेर स्थित अवैध प्रसव केन्द्र पर छापा मारा तो वहां ताला लटका मिला। बाद में उन्होंने मकान मालिक को बुलाकर ताला खुलवाया तो वहां ऑपरेशन थियेटर जैसे उपकरण देखकर टीम भी दंग रह गई। उन्होंने वहां से बड़ी संख्या में उपकरण व दवाइयां बरामद कीं। डॉ। अजय ने बताया कि केन्द्र से प्राप्त उपकरणों को देखकर यह कहा जा सकता है कि यहां पर प्रसव व गर्भपात जैसे कार्य होते हैं। पूरी रिपोर्ट अफसरों को भेजी जाएगी। महिला पिछले दो साल से बरसेर में यह सेंटर चला रही थी।

अवैध प्रसव केन्द्र की जांच का मामला स्वास्थ्य विभाग का है, अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। मिलने पर कार्रवाही की जाएगी।

सोनप्रकाश, कोतवाल सिरौली