इंदवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा
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RANCHI: मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल हृदय से बच्चा खरीद-फरोख्त मामले की जांच अब सीआईडी करेगा। इस संबंध में सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें रांची पुलिस ने इस कांड को सीआईडी के हवाले करने की मांग सरकार से की थी। गौरतलब हो कि बच्चा खरीद-फरोख्त मामले में सीडब्ल्यूसी द्वारा तीन जुलाई को कोतवाली के एएचटीयू में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले में पुलिस ने निर्मल हृदय की वार्डेन कोनसिलिया व सफाई कर्मी अनिमा इंदवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

विदेशी फंड की होगी जांच
भारत सरकार के आदेश के बाद सीआईडी की टीम मिशनरी संस्थाओं को विदेशों से मिले फंड की जांच में रेस हो गई है। सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने एफसीआर के तहत 88 संस्थाओं को मिले 2.65 अरब रुपए की जांच के लिए तकरीबन 10 डीएसपी व 24 से अधिक इंस्पेक्टरों की टीम बनाई है।

एटीएस एसपी करेंगे मॉनिटरिंग
सीआईडी एडीजी ने आदेश दिया है कि प्रत्येक तीन एनजीओ के फंड की जांच एक इंस्पेक्टर करेंगे। वहीं तीन इंस्पेक्टरों की रिपोर्ट को सुपरवाइज करने की जिम्मेदारी डीएसपी स्तर के एक अधिकारी पर होगी। एटीएस के एसपी पी मुरूगन पूरे मामले की मॉनिटरिंग करेंगे। सीआईडी इस मामले की जांच में जिला पुलिस की भी मदद लेगी। मिशनरी संस्थाएं जिन जिलों से संबद्ध हैं, उन जिलों के अधिकारियों को भी जांच से जोड़ा जाएगा।

विदेशी मामलों के संयुक्त सचिव का आदेश
भारत सरकार के गृह मंत्रालय के विदेशी मामलों के संयुक्त सचिव अनिल मल्लिक ने साल 2013-14, 2014-15 और 2016-17 में झारखंड से एफसीआर, निबंधित संस्थाओं के फंड की जांच का आदेश राज्य सरकार को दिया था। इसके बाद केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी सीआईडी को दी गई है।