सीआईएससीई ने री-एग्जाम के बदले नियम
बच्चे के बेस को मजबूत बनाने के लिए बोर्ड ने लिया फैसला
Meerut. काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनशन (सीआईएससीई) में अब फेल होने पर क्लास रिपीट करनी होगी. एनुअल एग्जाम में फेल होने वाले स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड ने नए निर्देश जारी किए हैं. अभी तक की व्यवस्था के अनुसार क्लास में फेल होने पर री-एग्जाम कराकर स्टूडेंट को प्रमोट कर दिया जाता था.
ये हैं नियम
अगर कोई स्टूडेंट्स क्लास में फेल होता है तो उसे उसी क्लास में दोबारा पढ़ाया जाएगा.
ये नियम सभी क्लासेज के लिए लागू होगा.
9वीं और 11वीं क्लास में एक या उसे अधिक सब्जेक्ट में फेल होने वाले स्टूडेंट्स का री-एग्जाम नहीं होगा.
बोर्ड रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए यह नियम जारी किया गया है.
9 और 11वीं क्लास में बोर्ड एग्जाम के तर्ज पर ही क्वेश्चन पेपर तैयार होगा.
काउंसिल की ओर से स्कूलों को क्वेश्चन बैंक भी दिए जाएंगें.
री-एग्जाम बंद करने की पॉलिसी इसी सेशन से लागू होगी.
रि-एग्जाम पॉलिसी से बच्चों को पिछड़ते देख बोर्ड ने यह फैसला लिया है.
फैक्ट फाइल
6 स्कूल शहर में सीआईएससीई से एफिलिएटिड हैं.
4 स्कूल इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) तक हैं.
2 स्कूलों में इंडियन स्कूल ऑफ सर्टिफिकेट (आईएससी) तक हैं.
1000 करीब स्टूडेंट्स आईसीएसई में हैं.
1500 करीब स्टूडेंट्स आईएससी में हैं.
बोर्ड की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं. रि-एग्जाम का नियम खत्म किया गया है.
अजय एंटोनी, पीआरओ, सेंट मेरीज एकेडमी