शहर के पॉल्यूशन को कम करने की कवायद
अभी जेएनएनयूआरएम के तहत हो रहा है बसों का संचालन
लो फ्लोर, मिनी, कमल और एसी बसों का हो रहा संचालन
7 जोन में ये बसें जल्द ही बैटरी संचालित बसों में तब्दील होंगी।
10 साल पुरानी बसें की जाएंगी अपडेट
एनजीटी के आदेशानुसार 10 साल पुराने डीजल वाहन प्रतिबंधित हैं।
2009 में जेएनएनयूआरएम के तहत भेजी गई थी डीजल सिटी बसें
2010 से इन बसों का संचालन हुआ था शुरू
इन बसों की अगले साल आयु हो रही पूरी
मुख्यालय से नई बैटरी चलित बसों के संचालन का प्रस्ताव तैयार
लोहियानगर में सिटी बस स्टेशन में ही बनेगा चार्जिग स्टेशन
Meerut। शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के क्रम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए ई रिक्शा के बाद अब बैटरी चलित सिटी बसों के संचालन की कवायद पर परिवहन विभाग की मुहर लग चुकी है। जेएनएनयूआरएम के तहत संचालित मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट में जल्द ही यह बड़ा बदलाव होने वाला है। दस साल पुरानी सभी डीजल सिटी बसों के बदले में नई बैटरी चलित बसों का संचालन किया जाएगा।
प्रदूषण को कम करने की कवायद में परिवहन मुख्यालय द्वारा बैटरी संचालित बसों की योजना तैयार की गई है। इस क्रम में मेरठ में जल्द ही डीजल बसों की जगह बैटरी चलित बसों का संचालन होगा।
संदीप लाहा, एमडी, रोडवेज
सिटी बसों की स्थिति-
कुल सिटी बसें 140
लो फ्लोर - 10
मिनी बसें- 40
कमल बसें- 70
एसी बसें- 20
बसों के संचालन की स्थिति
महानगर बस सेवा का संचालन सोहराबगेट बस स्टैंड से मवाना, सरधना, किठौर, मोहद्दीनपुर, सिवाया, सकौती, सिटी स्टेशन, खजूरी तक किया जाता है.वहीं बाई पास पर लो फ्लोर बसों का हर आधा घंटे में संचालन किया जाता है।