नगर शिक्षा अधिकारी निकलीं निरीक्षण पर तो पता चला बच्चों नहीं अभी टीचर्स को पढ़ाने की नौबत

अधिकारी के कई सवालों का जवाब नहीं दे सके टीचर्स, राष्ट्रपति तक का नाम नहीं था पता

ALLAHABAD: नगर शिक्षा अधिकारी ज्योति शुक्ला मंगलवार को नगर क्षेत्र के स्कूलों के निरीक्षण पर निकलीं। वहां की हकीकत देख उनके मुंह से यही निकला, हे राम, ये बच्चों को क्या पढ़ाएंगे? कारण की टीचर्स ही उनके सवालों का जवाब नहीं दे पाए। हद तो ये कि बच्चे तो दूर टीचर्स को भी नहीं पता था कि इस समय देश का राष्ट्रपति कौन है? नगर क्षेत्र के स्कूलों में तैनात इन शिक्षकों की स्थिति ने अब तक शिक्षक भर्ती में की जा रही सभी कवायदों पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। नगर शिक्षा अधिकारी ने सभी सवाल कक्षा छह से आठ तक के बच्चों और टीचर्स से किए थे।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय बमरौली

निरीक्षण करने पहुंची नगर शिक्षा अधिकारी ने कक्षा 6,7 एवं 8वीं के छात्रों से कई प्रश्न पूछे। उत्तर देने में छात्र असमर्थ नजर आए। राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत की जानकारी भी नहीं थी। यही नहीं विद्यालय में कार्यरत ई। प्र.अ। पवन चौधरी को भी देश के वर्तमान राष्ट्रपति का नाम नहीं पता था।

एमडीएम पंजिका में गड़बड़ी

निरीक्षण के दौरान एमडीएम पंजिका में भी गड़बड़ी मिली। नियमित रूप से 40 बच्चों से अधिक की उपस्थिति एमडीएम पंजिका में दर्ज होती थी। जबकि निरीक्षण के दौरान स्कूल में सिर्फ 11 बच्चे उपस्थित मिले।

पांच में तीन मिले बंद

मंगलवार को पांच स्कूलों का निरीक्षण किया गया। इसमें प्रा। वि। नीवा 1, प्रा। वि। नीवा 2, पूर्व मा। वि। नीवा बंद पाए गए। प्रा। वि। कन्हईपुर तथा पूर्व मा। वि। बमरौली का निरीक्षण किया।