-शहर की 110 एएनएम को बांटा जाएगा टैबलेट

-परिवार के हर सदस्य की डिटेल को वेबसाइट पर करेंगी अपलोड

-गंभीर बीमारी फैलने पर मरीज को अस्पताल ले जाने में करेंगी मदद

अब हर आम पब्लिक की हेल्थ कुंडली तैयार होगी. स्वास्थ्य विभाग की एएनएम घर-घर जाकर परिवार के हर सदस्यों की डिटेल कलेक्ट कर विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करेंगी. इससे स्वास्थ्य विभाग को यह जानने में आसानी होगी कि शहर में कौन सी बीमारी ज्यादा फैल रही है. जिसके बाद विभाग प्लान तैयार कर उस बीमारी की रोकथाम में जुट जाएगा. साथ ही जच्चा बच्चा के अलावा घर के अन्य सदस्यों को जरूरत पड़ने पर एएनएम हॉस्पिटल ले जाने में भी मदद करेंगी. ताकि उनका इलाज बेहतर हो सके.

परिवार का पहले होगा रजिस्ट्रेशन

स्वास्थ्य विभाग पहले चरण में शहर के 110 एएनएम को टैबलेट बांटेगा. एएनएम टैबलेट के जरिए हर परिवार का पहले रजिस्ट्रेशन करेंगी फिर रजिस्ट्रेशन नंबर को स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट अनमोल पर अपलोड करेंगी. इससे विभाग के पास परिवार के हर सदस्य का रिकॉर्ड आ जाएगा. किसी क्षेत्र में संक्रामक बीमारी फैलने पर ये एएनएम मरीज को घर से नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक केंद्र या फिर जिला अस्पताल ले जाने में भी मदद करेंगी.

एक अप्रैल से शुरू होगी ट्रेनिंग

शहर में करीब 110 एएनएम और 2300 आशा वर्कर हैं. पहल चरण में एक अप्रैल से एएनएम को ट्रेनिंग दी जाएगी, जो 20 अप्रैल को पूरी होगी. इसके बाद एएनएम को टैबलेट बांटा जाएगा. जिसके बाद एएनएम हाउस होल्ड सर्वे करेंगी. सर्वे के दौरान परिवार के सभी सदस्यों की डिटेल, रोगियों की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करेंगी.

बाक्स--

पांच चरणों में तैयार होगी कुंडली

-पहले चरण में गर्भवती महिलाओं और जन्म के बाद बच्चों के टीकाकरण का ध्यान रखेंगी एएनएम.

-दूसरे चरण में परिवार नियोजन के बारे में गर्भवती महिलाओं और पुरुषों को जागरूक कर दवा बांटेंगी.

-तीसरे चरण में सीनियर सिटीजन की सूची को वेबसाइट अनमोल पर अपलोड किया जाएगा.

-चौथे चरण में बुजुर्गो को होने वाली अधिकतर बीमारियों का ब्योरा तैयार होगा.

-पांचवें चरण में किस बीमारी से लोग अधिक पीडि़त हैं, किस बीमारी पर ध्यान देने की जरूरत है. यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग को ऑनलाइन मिल जाएगी.

वर्जन--

अप्रैल से एएनएम को टैबलेट बांटा जाएगा. इसके बाद धीरे-धीरे वह हर परिवार के सदस्यों का डेटा स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपडेट करेंगी. इससे पता चल सकेगा कि किस बीमारी पर अधिक ध्यान देकर उस पर रोकथाम के लिए क्या उपाय करने की आवश्यकता है.

- एके मौर्या, एसीएमओ