312 छोटे-बडे़ नालों में जमा हुई है सिल्ट

3 हजार से अधिक सफाई कर्मचारी तैनात हैं नगर निगम में

2208 अस्थाई और करीब 1076 स्थाई सफाई कर्मचारी रहते हैं तैनात

निगम ने शुरू की नालों और सीवरों की सफाई

बिना प्लान के ही जलभराव से निपटने की तैयारी

Meerut। शहर में बरसात के दिनों में जलभराव की मुख्य समस्या होती है। हालत यह है कि नगर निगम के लाख दावों के बावजूद जलभराव का निस्तारण नहीं हो सका है। हालांकि, नगर निगम ने इस बार बरसात से पहले ही जलभराव से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही दावा है कि इस बार शहर में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति नहीं होगी।

गंदगी का अंबार

इस बार जून में बारिश की उम्मीद है तो निगम ने नालों और सीवर लाइनों की सफाई शुरू कर दी है। हालांकि निगम के दावों से अलग अगर हम शहर की जल निकासी व्यवस्था पर गौर करें तो शहर में जल निकासी के लिए बने करीब 312 छोटे-बडे़ नालों में इस समय सिल्ट से अधिक गंदगी जमी हुई है। ऐसे में जरा सी बारिश में नाले के पानी के साथ नालों की गंदगी भी सड़कों और गलियों में आ सकती है।

निगम के दायरे में

नालों की संख्या- 312

बड़े नालों की संख्या- 24

छोटे नालों की संख्या- 195

अन्य नाले- 93

नालों की लंबाई

नालों की कुल लंबाई- 239400 मीटर

बडे़ नालों की लंबाई- 45900 मीटर

छोटे नालों की लंबाई- 143350 मीटर

क्षेत्रीय नालों की लंबाई- 51250 मीटर

कर्मचारियों की व्यवस्था

नगर निगम में करीब तीन हजार से अधिक सफाई कर्मचारी हैं। इनमें 2208 अस्थाई और करीब 1076 स्थाई सफाई कर्मचारियों की फौज पिछले माह से शहर के नालों और सीवर लाइन की सफाई में जुटी है। निगम का कहना है कि इस बार अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारी काम कर रहे हैं।

जलभराव के प्रमुख पाइंट

नगर निगम कार्यालय के सामने घंटाघर रोड तक

मेट्रो प्लाजा से झंडे वाले की दुकान तक

दिल्ली चुंगी के सामने

मलियाना

पिलोखड़ी रोड श्यामनगर

प्रह्लादनगर

माधवपुरम पुलिस चौकी

देव पार्क बागपत रोड

सोतीगंज रोड

जैदी सोसाइटी

कैलाश पुरी

गोला कुंआ

गत माह एक अप्रैल से शहर के नालों और सीवरलाइन की सफाई काम शुर किया जा चुका है। अधिकतर नालों को बरसात से पहले साफ कर दिया जाएगा। यह अभियान 30 जून तक चलेगा।

डॉ। कुंवर सेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

निगम हर साल जलभराव ना होने का दावा करता है लेकिन पुराने शहर में जलभराव होता ही है। कम से कम नालों का पानी ओवरफ्लो ना हो इतना तो इंतजाम होना चाहिए।

गुलशाद अली

पुराने शहर में जलभराव की समस्या का हल निगम के पास नहीं है। यहां गंदगी और कूडे़ के कारण नाले अटे रहते हैं। ऐसे में बरसात का पानी परेशानी को और बढ़ा देता है।

सुलतान अली

नालों व सीवर लाइन को अगर सही से साफ कर दिया जाए तो शहर में जलभराव की समस्या पर काफी हद तक काबू किया जा सकता है।

आलम