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PATNA : शुक्रवार की शाम कॉमन लॉ इंट्रेंस टेस्ट (क्लैट) 2019 का रिजल्ट जारी कर दिया गया. यह पहला मौका है जब यह रिजल्ट केवल रैंक आधारित रहा. इसमें क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट का मा‌र्क्स प्रकाशित नहीं किया गया है. इसलिए फिलहाल यह पता नहीं चल पा रहा है कि किसने कितने मा‌र्क्स अर्जित किए हैं. दूसरी बड़ी खासियत यह है कि इस बार का कट ऑफ सबसे अधिक गया है. पहले जहां 110 से 120 मा‌र्क्स प्राप्त करने वाले भी किसी न किसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए क्वालिफाई कर जाते थे, वैसा इस बात कतई नहीं है. क्लैट मेंटर नीरज कुमार ने इस रिजल्ट का विश्लेषण करते हुए बताया कि इस बार कम से कम 137 मा‌र्क्स लाने वाले को ही कोई सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल सकता है.

पहले और अब का हाल
प्रश्नों का विश्लेषण करते हुए क्लैट मेंटर नीरज कुमार ने बताया कि पहले और अब की क्वालिफाइंग में बड़ा अंतर दिख रहा है. पहले जहां वर्ष 2018 में टॉप सेकेंड लॉ यूनिवर्सिटी नलसार, हैदराबाद में क्वालिफाइंग मा‌र्क्स 144 था वहीं अब यह 158 है. इससे आप समझ सकते हैं कि मा‌र्क्स में अचानक से कितना बड़ा गैप दिख रहा है. जैसा कि पहले भी प्रश्नों का विश्लेषण किया गया था, प्रश्न आसान थे और कट ऑफ बहुत उपर जाने की संभावना व्यक्त की गई थी.

परीक्षार्थी रहे परेशान
यह पहला मौका है जब छात्र इस बिना मा‌र्क्स के रैंक जारी होने से परेशान रहे. पहले रैंक और मा‌र्क्स एक साथ जारी किया जाता था. इसमें एडमिशन संबंधी सभी बातें पूरी तरह से स्पष्ट होती थीं लेकिन इस बार यह कनफ्यूजन है कि हर रैंकर को कितने मा‌र्क्स मिले, यह स्पष्ट नहीं है.

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