- एक दिन खानापूर्ति करके हटे पीछे

आगरा। शहर की खूबसूरती पर अतिक्रमण का ग्रहण है। खासतौर ताजगंज और फतेहबाद रोड में विदेशी सैलानियों के बीच बुरा असर डाल रही है। इसे देखते हुए दोनों क्षेत्रों से अवैध कब्जा और डेयरियों को हटाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। लेकिन आला अधिकारियों का फरमान एक दिन बाद ही बेअसर हो गया है। जिम्मेदार विभाग कार्रवाई से कन्नी काट रहे हैं।

संयुक्त अभियान चला था

पूरे शहर और ताजगंज से फतेहाबाद रोड को अतिक्रमणमुक्त करने का आदेश के। राममोहन राव ने दिए थे। उन्होंने खासतौर पर ताजमहल के आसपास क्षेत्र से हर हालत में 20 मार्च तक पूरे कब्जे को साफ करने का सख्त आदेश दिया था। इसे लेकर मंगलवार को नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया।

अब ठंडे बस्ते में

इस दौरान कई डेयरियों को विस्थापित किया गया। इस बीच लोगों ने जमकर हंगामा काटा। नगर निगम की टीम के साथ धक्कामुक्की तक हुई। इससे कुछ देर के लिए टीम सहम गई। ये अभियान दूसरे दिन बुधवार को भी चलाना था, लेकिन टीमें रवाना नहीं हुई। बताया जा रहा है कि विवाद को देखते हुए अतिक्रमण और डेयरी हटाने के अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

अतिक्रमण अभियान से नाखुश हैं नेता

शहर के भीतर अतिक्रमण को हटाने के लिए पूरी योजना तैयार की गई। पूरे डेढ़ महीने का अभियान शेड्यूल बनाया गया। इसमें तारीखवार जगह से अतिक्रमण हटाने की सूची तैयार की गई। दो-तीन सप्ताह तक लगातार कार्रवाई हुई। फिर नेताओं का विरोध शुरू हो गया। इसे देखते हुए कई स्थानों पर तय तिथि पर अभियान नहीं चलाया गया और आगे बढ़ गए।