-सीएम ने पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा को किया सम्मानित

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क्कन्ञ्जहृन्: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि नई पीढ़ी की समझ से ही समाज बदलेगा। राजधानी स्थित एसके मेमोरियल हॉल में शिक्षा दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा को बिहार सरकार की ओर से मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा भी इस मौके पर मौजूद थे। सीएम ने कहा कि नई पीढ़ी को आजकल कौन बताता है आजादी की कहानी।

प्रेम और सद्भाव बनाएं रखें

उन्होंने कहा कि लड़ाने वालों को लड़ाने दीजिए, आप प्रेम और सद्भाव से रहिए। शिक्षा विभाग मौलाना आजाद साहब के काम के विवरण के साथ बहुत अच्छी पुस्तक बनाकर विद्यार्थियों तक पहुंचाएं। मौलाना आजाद की जयंती पर शिक्षा दिवस समारोह का आयोजन करने वाला देश का पहला प्रदेश है बिहार। बाद में केंद्र सरकार ने इसे सभी राज्यों के लिए किया। सीएम ने कहा कि बापू के विचारों से प्रेरणा मिलेगी और मौलाना आजाद के कर्म से जानकारी। देश के सर्वोच्च नेताओं में एक थे मौलाना आजाद। वह देश के विभाजन के प्रस्ताव से सहमत नहीं थे.मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हाशिए पर रहने वाले लोगों को मुख्यधारा में नहीं लाएंगे तब तक विकास का कोई मतलब नहीं। हमारी योजनाएं सब के लिए है।

साल में 35 हजार करोड़ शिक्षा पर खर्च

जबकि डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि उनकी सरकार एक साल में 35 हजार करोड़ रुपए का खर्च केवल शिक्षा पर कर रही है। 1.29 करोड़ रुपए अब तक साइकिल क्रय के लिए लड़कियों और लड़कों को दिए जा चुके हैं। मोदी ने कहा कि जिस तरह मौलाना आजाद ने देश के स्तर पर नई शैक्षिक संस्थाओं को आरंभ किया उसी तरह उनकी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बिहार बड़ी संख्या में नयी-नयी संस्थाओं को आरंभ किया। अब 13 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने वाले हैं। वहीं सरकार के पहले जिन लोगों ने 15 वर्षो तक सरकार चलाया, उन्होंने चरवाहा विद्यालय आरंभ किया। और बंद भी हो गया।

सम्मान अपने घर में मिले तो अच्छा लगता है : मानस

राज्य सरकार द्वारा मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक पद्मश्री मानस बिहारी वर्मा ने कहा कि सम्मान अगर अपने घर में मिले तो अच्छा लगता है। अपने को सम्मानित किए जाने को ले उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार जताया। वर्मा ने कहा कि मौलाना आजाद की जयंती को शिक्षा दिवस के रूप में मनाना राज्य सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। वहीं पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हर तरह की तकनीक में देश को आत्मनिर्भरता हासिल हो इस सोच के वह थे। इस काम में युवाओं का बड़ा योगदान रहा है। तेजस एयरक्राफ्ट के निर्माण में मानस बिहारी वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन दिनों वह तीन मोबाइल वैन के माध्यम से स्कूल-स्कूल पहुंचकर बच्चों को विज्ञान की शिक्षा दे रहे हैं। मोबाइल वैन के भीतर उत्कृष्ट लैब है। बिहार के तीन सौ स्कूलों तक वह जा चुके हैं और डेढ़ लाख बच्चों को इसका लाभ मिला है।