-सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के कसे पेंच

-इलाहाबाद में दिखा वाराणसी में हुए फ्लाईओवर हादसे का असर

ALLAHABAD: सीएम योगी आदित्यनाथ अगले वर्ष आयोजित होने वाले कुंभ मेला के लिए कराए जा रहे कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए शनिवार को इलाहाबाद पहुंचे। सीएम का काफिला पुलिस लाइन से निकलकर सीधे हाईकोर्ट स्थित पानी की टंकी चौराहा पहुंचा। वहां चल रहे निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण करते समय सीएम के जेहन में वाराणसी में हुए फ्लाई ओवर हादसे का असर दिखाई दिया।

सीएम ने फ्लाईओवर का निरीक्षण करते हुए यूपी सेतु निगम के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर सतीश कुमार पवार से सुरक्षा उपायों पर जानकारी ली। उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर से दो टूक कहा कि यहां से बिजली के जर्जर पोल को हटा दीजिए और फ्लाईओवर के नीचे ट्रैफिक को डायवर्ट करने का इंतजाम पुख्ता कीजिए। फिर सीएम ने प्रोजेक्ट मैनेजर को पुल पर क्रॉस बीम को मजबूती से बनाने की सख्त हिदायत दी।

सात मिनट बांध पर रही सरकार

पानी की टंकी के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, स्वास्थ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह व कौशाम्बी के सांसद विनोद सोनकर के साथ फायर बिग्रेड चौराहा, बालसन चौराहा, हाशिमपुर चौराहा होते हुए दोपहर दो बजे के लगभग बक्शी बांध पर पहुंचे। जहां पर सौंदर्यीकरण व सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। सात मिनट तक बांध पर खड़े होकर सीएम ने कार्यो की प्रगति को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की।

कुंभ सबकी प्रतिष्ठा से जुड़ा है

सीएम ने नागवासुकि मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर बनाई जा रही सड़क के निर्माण के कार्य को देखा। जहां पर नीचे के रास्ते में बड़े-बड़े पत्थर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने यहां पर भी अधिकारियों का पेंच कसा। कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल व डीएम सुहास एलवाई सहित अन्य अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि कुंभ मेला हम सबकी प्रतिष्ठा से जुड़ा है। निर्धारित समय से सभी कार्य पूरा होना चाहिए। किसी भी स्तर पर लीपापोती नहीं होनी चाहिए। कुंभ के लिए जितने भी कार्य कराए जा रहे हैं उनकी मानिटरिंग पर पूरा जोर देते रहिए और व्यवस्थित तरीके से काम हो।

बाढ़ में कैसे सुरक्षित रहेगा बांध

बक्शी बांध पर मौजूद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने गंगा में आने वाली बाढ़ को लेकर अधिकारियों से पूछताछ की। उन्होंने सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ के दौरान बांध को सुरक्षित और मजबूत करने के लिए पत्थरों की पुख्ता व्यवस्था कराइए।