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PATNA : शहर का प्रतिष्ठित एनजीओ स्वर्ण जयंती समिति पर करोड़ों रुपए ठगी करने का आरोप लगा है। इस मामले में एनजीओ के कर्मचारी सोमवार का आर्थिक इकाई शाखा पटना पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई। कर्मचारियों का आरोप है कि पूरे प्रदेश में कंपनी ने करीब 400 कर्मचारियों की नियुक्ति की। सभी लोगों से एक साल तक काम कराया इसके बाद कंपनी बंद कर भाग गए। इस कारण पूरे प्रदेश में करीब 14 से 15 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। कर्मचारी काफी आक्रोश में है।

सिक्योरिटी मनी भी डूबी

कंपनी में काम कर चुके विकास कुमार ने बताया कि हम लोग जब इस कंपनी में ज्वाइन किए थे तब बकायदा हम लोगों से पहले 500  रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया गया। इसके बाद सिक्योरिटी मनी के तौर पर किसी से डेढ़ तो किसी से तीन लाख रुपए लिए गए। विकास ने बताया कि हम लोगों को सैलरी भी नहीं मिली और सिक्योरिटी मनी भी लेकर भाग गए।

7 माह में सिर्फ 10 हजार मिला

बेगूसराय निवासी संजय कुमार ने बताया कि कंपनी जननी सुरक्षा के तहत गर्भवती महिलाओं का सर्वे कराती थी। मैंने 6 सितंबर 2016 को ज्वाईन किया। इसके बाद मैं 10 मार्च 2017 तक काम किया। हर महीने मुझे 10 हजार रुपए सैलरी मिलन थी लेकिन इन सात महीने में सिर्फ मुझे 10 हजार रुपए ही मिले। रोहतास निवासी प्रिंस राज पिता इंद्रजीत कुमार शर्मा ने बताया कि मेरी पोस्टिंग भभुआ में हुई थी। मेरी सैलरी 36 हजार 500 रुपए थी। मैंने कंपनी में जुलाई 2016 से मार्च 2017 तक काम किया लेकिन सिर्फ मुझे 10 हजार रुपए ही मिला।

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