- प्रधानमंत्री से मांगा जनता की परेशानियों का हिसाब

- सरकार से नोटबंदी पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की

LUCKNOW :

नोटबंदी की विफलता के खिलाफ कांग्रेसजनों द्वारा पूरे देश में धरना-प्रदर्शन किया गया। प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर के निर्देश पर सोमवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया तथा नोटबंदी के दौरान आम जनता को हुई परेशानियों का हिसाब प्रधानमंत्री से मांगा गया। राजधानी में जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में कांग्रेसजनों द्वारा गोमतीनगर स्थित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मुख्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया। इसी तरह कानपुर में भी आरबीआई मुख्यालय के सामने प्रदशर्1न हुआ।

झूठे साबित हुए वादे

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ। उमा शंकर पांडे ने बताया कि राजधानी में आरबीआई मुख्यालय के सामने हुए प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि नोटबंदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपरिपक्वता एवं भ्रष्टाचार में संलिप्तता का उदाहरण बन गयी है। नोटबंदी लागू करते हुए जो वादे देश की जनता से उन्होने किये थे, वह सब झूठ साबित हुए। यूपीए सरकार की तुलना में जीडीपी दो प्रतिशत गिर गई जिससे तीन लाख मिलियन डालर का नुकसान देश को झेलना पड़ा है और लाखों युवा बेरोजगार हो गये। नोटबंदी एक संगठित लूट थी। उन्होने सरकार से नोटबंदी पर श्वेतपत्र लाने की मांग की। वहीं कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि नोटबंदी के 730 दिन बीत जाने के बाद भी देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होने के बजाय बदहाल एवं चौपट हो गयी है। पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि नोटबंदी सरकार प्रायोजित खुली लूट थी जिससे देश के तमाम भ्रष्ट लोगों का काला धन सफेद किया गया जो देश के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात था। इस अवसर पर विधायक आराधना मिश्रा 'मोना', कांग्रेस शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ला, जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी समेत तमाम कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।