- रसोई गैस के दाम बढ़ने से सब्सिडी की बढ़ी डिमांड, फिर से आवेदन भेजने लगे कंज्यूमर

GORAKHPUR: लगातार बढ़ रही रसोई गैस की कीमत ने सिटी के कंज्यूमर्स को फिर से सब्सिडी की याद दिला दी है। दाम बढ़ने के कारण जिन लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी थी वो फिर से इसे पाने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। ऐसे कंज्यूमर्स की रिक्वेस्ट भी आनी शुरू हो गई है। बता दें, इधर छह महीनों में रसोई गैस के दामों में अच्छी-खासी वृद्धि हुई है। जिससे हर किसी के किचन का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं दाम बढ़ने से सब्सिडी में भी लगभग पांच गुना की वृद्धि हुई है। जिससे अब हर किसी के मन में सब्सिडी पाने की लालसा जाग रही है।

1782 ने जाहिर की इच्छा

एक नवंबर से रसोई गैस महंगी होने के बाद गोरखपुर की प्रमुख दो गैस एजेंसियों की बात करें तो यहां पर एक बार फिर से सब्सिडी पाने के लिए अब तक 1782 लोगों ने रिक्वेस्ट भेजी है। अधिकारियों की मानें तो इधर तेजी से इनकी संख्या में वृद्धि होती जा रही है। गिव-इट-अप इंडिया योजना के तहत पहले सब्सिडी छोड़ने वाले कंज्यूमर्स की अच्छी खासी संख्या थी जो एक फिर से सब्सिडी पाने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं।

पांच गुना बढ़ी सब्सिडी

पिछले तीन साल में देखा जाए तो एलपीजी गैस सिलेंडर की सब्सिडी में पांच गुना इजाफा हुआ है। जो सब्सिडी तीन साल पहले 80 रुपए हुआ करती थी। वो अब 448 रुपए तक पहुंच गई है। मतलब तीन साल पहले जितने का सिलेंडर मिलता था उतनी सब्सिडी आज आ रही है। इसके चलते अब हर कोई सब्सिडी लेना चाहता है। सिलेंडर लेते समय तो पहले कंज्यूमर को इसकी पूरी कीमत चुकानी होती है। इसके बाद सब्सिडी की रकम एकाउंट में आ जाती है। जिसका कोई समय निर्धारित नहीं होता है।

इस तरह बढ़े दाम

मई - 701

जून - 749

जुलाई - 807

अगस्त - 843

सिटी में एलपीजी कंज्यूमर्स की संख्या

इंडियन ऑयल - 474673

भारत पेट्रोलियम - 165848

हिन्दुस्तान पेट्रोलियम - 288270

टोटल कंज्यूमर्स - 928791

कोट्स

लगातार रसोई गैस के दाम बढ़ने से घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है। इसलिए कुछ तो आए इसके लिए मैंने सब्सिडी पाने के लिए रिक्वेस्ट भेजी है।

- अरविंद, प्रोफेशनल

पेट्रोल, डीजल के साथ ही रसोई गैस ने भी बढ़त बनाई हुई है। मैं महंगाई के कारण ही सब्सिडी पाने के लिए अपना एकाउंट सही करा रहा हूं।

राघवेंद्र प्रताप सिंह, प्रोफेशनल

वर्जन

इस बीच ये देखने को मिला है कि अचानक से सब्सिडी पाने के लिए कुछ ज्यादा ही लोग इंट्रेस्टेड हुए हैं।

- रमेश कुमार, मुख्य क्षेत्रिय प्रबंधक, इंडियन ऑयल गैस सर्विस