-आरयू के मेन एग्जाम में कम मा‌र्क्स मिलने पर 450 स्टूडेंट्स ने किया आरटीआई अप्लाई

-एग्जामिनर ने कुछ स्टूडेंट्स को दिए मनमाने मा‌र्क्स तो कुछ दिए ही नहीं

बरेली : आरयू प्रशासन में लगातार स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। आरयू की लापरवाही की पोल तब खुली जब मेन एग्जाम में कम मा‌र्क्स मिलने पर 450 स्टूडेंट्स ने आरटीआई के लिए अप्लाई किया। एग्जामिनर ने एक ओर कुछ चुनिंदा स्टूडेंट्स को मनमाने मा‌र्क्स दिए हैं तो दूसरी तरफ कुछ स्टूडेंट्स को मा‌र्क्स ही नहीं दिए, जबकि उन्होंने सभी क्वेश्चन अटैंप्ट किए थे।

यह है मामला

आरयू में आरटीआई अप्लाई कर कॉपी देखने की व्यवस्था है। आरयू के मेन एग्जाम में कई स्टूडेंट्स को सारे क्वेश्चन के आंसर सही लिखने पर मा‌र्क्स नहीं मिले तो उन्होंने आरटीआई अप्लाई किया। आरटीआई के तहत इन स्टूडेंट्स ने पाया कि एग्जामिनर ने सही से मार्किंग नहीं की जिसकी वजह से उन्हें कम मा‌र्क्स मिले। वहीं रोजाना, दर्जनों विद्यार्थी कॉपी देखने के लिए पहुंच रहे हैं।

यह बोले स्टूडेंट्स

बीए ¨हदी की छात्रा के मुताबिक, परीक्षक ने उनके तीन क्वेश्चन चेक ही नहीं किए। चेकिंग पर शक हुआ, इसलिए आरटीआई अप्लाई किया। अब उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को छूटे क्वेश्चन के आंसर चेक कराने की गुहार लगाई है। बीए की ही एक दूसरी छात्रा के मुताबिक, उनके सभी आंसर चेक किए, उनके मा‌र्क्स भी दिए लेकिन टोटल मा‌र्क्स में दो आंसर के मा‌र्क्स नहीं चढ़ाए। परीक्षा विभाग के मुताबिक जिन विद्यार्थियों का कोई आंसर चेक नहीं हुआ, उनके अप्लीकेशन स्वीकार किए जा रहे हैं। स्टूडेंट्स का अहित नहीं होने दिया जाएगा।

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स्टूडेंट्स अपनी कॉपी देख रहे हैं। यदि किसी स्टूडेंट का एग्जाम की कॉपी में कोई आंसर चेक नहीं हुआ तो वह अप्लीकेशन दें। उसे चेक कराया जाएगा।

-संजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक रुविवि।