बनने के साल भर बाद ही सड़कों में बन गए गढ्डे

Meerut। शहर की सड़कों पर जगह जगह तेजी से फैल रहे गढ्डे नगर निगम के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं। सड़कें बने हुए साल भर हुआ नही कि सड़कों में गढ्डे बनने शुरु हो गए। गढ्डे भी ऐसे कि वाहन चालकों की कमर ही तोड़ दें। बरसात के बाद गढ्डों की संख्या में इस कदर इजाफा कर दिया कि निगम की पेंच वर्क भी अब काम नही कर पा रहा है।

फैक्ट

नगर निगम के दायरे में शहर की 59 से अधिक सड़कें

2017-18 में करीब 20 करोड़ रुपए सड़कों की मरम्मत हुए थे खर्च

15 जून तक निगम की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का किया गया था दावा

इन सडकों की होनी थी मरम्मत

गांधी आश्रम चौराहे से आबूनाला पुल तक सड़क

गांधी आश्रम चौराहे से शहीद द्वार मेला नौचंदी होते हुए हापुड रोड तक

समर गार्डन फतेहउल्लापुर रोड से मोमीन नगर मोड तक सड़क का निर्माण

श्यामनगर मेन रोड, पिलोखडी पुल तक मेन रोड निर्माण

खुशहाल नगर से गढढे वाली मस्जिद तक सड़क

रेलवे रोड चौराहे जैन मंदिर तक सड़क मरम्मत

ये सडकें है बदहाल

तेजगढ़ी से मेडिकल कालेज गढ़ रोड तक

रोहटा रोड से बाईपास

इंदिरा चौक से लेकर बुढ़ाना गेट चौराहा होते हुए छतरी वाले पीर तक

न्यू मोहन पुरी से फूलबाग कालोनी की मेन रोड

हापुड अड्डा चौराहे से भूमिया पुल तक

मेवला फ्लाई ओवर से सरस्वती लोक कालोनी होते हुए नूर नगर तक

शहर की मुख्य सड़कों पर जगह जगह गढ़ढे बने हुए हैं। हमारी पंचवटी कालोनी में मेन रोड पर जगह जगह गढ़ढे बने हुए हैं लेकिन पेंच वर्क तक का काम नही हो रहा है।

क्षमा

प्रीत विहार में जगह जगह मुख्य सड़क पर इतने गढ़ढे बने हुए हैं कि सड़क पर पैदल चलना तक दूभर हो गया है। गढढों के कारण बरसात में गंदा पानी सड़कों पर भर जाता है।

शालिनी

शहर की मेन रोड की हालत यह है कि बाइक के साथ चलाने वाली की कमर टूट जाती है। स्पीड़ ब्रेकर से अच्छा काम से गढ़ढे कर रहे हैं।

सुशील