- जू में एक साथ रहने वाले वाइल्ड व डोमेस्टिक एनीमल के लिए यूज किया

-कानपुर जू में ईजाद किया गया वर्ड अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा बटोर रहा

-डॉक्टर्स का बनाया नया वर्ड इंटरनेशनल जर्नल मे पब्लिश

KANPUR:

कानपुर जू में पिछले एक साल से डॉक्टर्स की टीम वाइल्डोमेस्टिक वर्ड का यूज कर रही है। लगभग पांच महीने पहले इस नए वर्ड को पेपर्स में भी जगह मिलना शुरू हो गई थी और अब इस शब्द को बाकायदा एक इंटरनेशनल जर्नल ने अपने लेख में जगह दी है। जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है जल्द ही यह वर्ड कैम्ब्रिज व आक्सफोर्ड की डिक्शनरी में अपनी जगह बना लेगा। अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर कानपुर जू व‌र्ल्ड लेवल पर फेमस हो जाएगा।

ट्रेनिंग लेने वाले भी सीख रहे

जू के सीनियर डॉक्टर यूसी श्रीवास्तव ने बताया कि जू के डॉक्टर्स ने डोमेस्टिक और वाइल्ड एनीमल्स के एक ही जगह पर रहने वाले स्थान को एड्रेस करने के लिए इस नए वर्ड को ईजाद किया था। उन्होंने बताया कि फॉरेस्ट में ट्रेनिंग लेने के लिए आने वाले लोगों को भी इस नए वर्ड के बारे में अपडेट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जंगलों में रहने वाले वाइल्ड एनीमल का नेचर बिलकुल अलग होता है, लेकिन जो वाइल्ड एनीमल मैनमेड फॉरेस्ट में रहते हैं उनकी आक्रामकता काफी कम हो जाती है। इसकी मुख्य वजह इंसानों के बीच रहना है। वो इंसानों के प्रति यूज टू हो जाते हैं। उनके साथ डोमेस्टिक एनीमल भी जू में रहते हैं, ऐसी स्थितियों के चलते ही इस नए वर्ड की खोज हो पाई।

जू में ऑन पेपर हो रहा यूज

जू के डॉक्टर आरके सिंह ने अन्य लोगों के साथ मिलकर वाइल्डोमेस्टिक वर्ड पर डिस्कशन किया। करीब एक साल से इस पर विचार चल रहा था। इस वर्ड की प्रमाणिकता को एश्योर करने के बाद बीते लगभ पांच महीने से इस वर्ड को ऑन पेपर यूज किया जाने लगा।

इंटरनेशनल जर्नल में जगह मिली

इस वर्ड को अगस्त महीने में वर्ड जूज प्रिंट जर्नल में जगह मिल गई। इस वर्ड की इंटरनेशनल लेवल पर व्यापक स्तर पर चर्चा की गई। वाइल्ड एनीमल फील्ड के एक्सपर्ट भी इस व‌र्ल्ड को मानने के लिए तैयार हो गए हैं। अब उम्मीद है कि आने वाले वक्त में यह वर्ड कैम्ब्रिज और आक्सफोर्ड की डिक्शनरी में जगह हासिल कर लेगा, जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।