क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: गुमला जिला से अंडर-16 खेल चुके एक क्रिकेटर को क्रिकेट के जुनून ने नहीं रोका. बल्कि, वह ऐसी संगत में फंस गया, जो उसे अपराध की दुनिया में ले गया. वह गुमला जिला क्रिकेट से अंडर-16 का प्लेयर रह चुका है. जब उसने क्राइम का दामन थामा तो पढ़ाई-लिखाई के समय में ही एक नामी बाल अपराधी बन गया. यह बाल अपराधी पंडरा इलाके में आडवाणी के नाम से जाना जाता है. अबतक मारपीट, छेड़खानी, रिंग रोड में हत्या से संबंधित कई मामले का आरोपी रहा है. पुलिस ने उसे बाल बंदी गृह में डाला, लेकिन बाद में वहां से निकलकर अपराध को अंजाम देने लगा.

200 से अधिक बच्चों का गैंग

बताया जाता है कि आडवाणी पंडरा इलाके में अबतक 200 युवकों का गैंग बना लिया है. यह गैंग उसे सूचना देता है और लूटपाट से लेकर तमाम तरह की गतिविधियों में शामिल रहता है. वह पुलिस की लाइमलाइट में तो आया है, लेकिन बच्चा समझकर पुलिस उस पर हाथ नहीं डालती है.

ऑटो ड्राइवर हैं पिता, तोड़ लिया रिश्ता

आडवाणी के पिता ऑटो ड्राइवर हैं. उसने अपने बेटे की करतूतों से तंग आकर कानूनी रूप से उससे रिश्ता तोड़ लिया है. दस दिनों से ओटीसी ग्राउंड की ओर से उसकी गतिविधियां संदिग्ध दिख रही थीं.

हेहल में युवक के मर्डर में हाथ तो नहीं

हेहल ओटीसी ग्राउंड में एक युवक की लाश पाई गई थी. आशंका जताई जा रही है कि उसकी हत्या में कहीं आडवाणी का हाथ तो नहीं है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है.