-थाने में सात दिन तक किशोर को हथकड़ी लगाकर बंद रखने पर हुई कार्रवाई

-एसएसपी ने एसआई व हेड कांस्टेबल की सैलरी काटने का भी दिया आदेश

डंपर चोरी के मामले में नाबालिग को हथकड़ी लगाकर सात दिनों तक मिर्जामुराद थाने में बंद रखने के मामले में मिर्जामुराद इंस्पेक्टर आखिरकार नप गए। बुधवार की देर रात एसएसपी आरके भारद्वाज ने कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर अवनीश राय को लाइन हाजिर किया तो वहीं एसआई राम सुंदर मौर्या व हेड कांस्टेबल मनोज सिंह की भी लापरवाही मानते हुए इनकी 15 दिन की सैलरी काटकर राजकोष में जमा करने का आदेश दिया।

एसपीआरए की जांच पर कार्रवाई

पिछले दिनों कानपुर से चोरी हुआ डंपर मालिक की सक्रियता से पांच जून को खोचवां गांव के पास से बरामद हुआ। डंपर के साथ ही उस पर क्लीनर का काम करने वाला क्षेत्र का ही बीरबलपुर गांव निवासी एक नाबालिग भी पकड़ा गया था। उसके बताने पर डंगहरिया गांव निवासी एक किशोर को भी पकड़कर थाने में बैठाया गया। दूसरे दिन किशोर को छोड़ दिया गया लेकिन नाबालिग को मानवाधिकार के नियम कानून को ताख पर रख हथकड़ी लगा कार्यालय में कुर्सी से बांधकर रखा गया। नाबालिग के परिजनों ने 12 जून को मुख्यमंत्री से लगायत एडीजी जोन समेत अन्य अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेज न्याय की गुहार लगाई थी। मामला सार्वजनिक होने के बाद एसएसपी ने इसकी जांच एसपीआरए अमित कुमार को सौंपी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई।