- नगर निगम के खिलाफ व्यापारियों ने मंडी की दुकानें बंद कर जताया विरोध, सभा में बुलंद की आवाज

-सात प्रमुख मांगों पर दिया जोर

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नगर निगम की ओर से मनमाने ढंग से बढ़ाए गए दुकानों के किराए से नाराज विशेश्वरगंज मंडी के व्यापारियों ने आंदोलन छेड़ दिया है। विरोध स्वरूप व्यापारियों ने सात प्रमुख मांगों को लेकर सोमवार को दुकानें बंद रखीं। निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंड़ी की एक दिन की बंदी से लगभग 50 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। पूर्वांचल सहित बिहार तक माल की आवाजाही नहीं हुई। बंदी को सफल बनाने के लिए व्यापारियों ने आसपास मार्केट में भी चक्रमण किया तो विश्वेश्वरगंज व्यापार मंडल के समर्थन में मच्छोदरी, हरतीरथ, गुरुनानक, मालवीय व नेहरू मार्केट के अलावा विश्वेश्वरगंज सब्जी मंडी व्यवसायी समिति ने भी दुकानें बंद रख आवाज बुलंद की।

व्यापारियों ने विश्वेश्वरगंज तिराहे पर सभा का आयोजन कर मांगों को पूरी करने के लिए कहा। विश्वेश्वरगंज भैरोनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि हर पांच साल पर 12.5 परसेंट किराया बढ़ाया जाता हैं तो फिर अलग से वृद्धि का कोई मतलब नहीं है, कार्यकारिणी में किराए वृद्धि के लिए प्रस्ताव लाने से पूर्व दुकानदारों से भी विमर्श किया जाए। वरासतन के तौर पर स्थापित किराएदारों के नामांतरण के लिए बाध्य न किया जाए। सिकमी किराएदारों को निर्धारित शुल्क नामांतरण को लेकर उनका नामांतरण किया जाए। दुकानों की मरम्मत की अनुमति की बाध्यता को समाप्त किया जाए। किराया समय से लेने के लिए कर्मचारी को निर्देशित किया जाए ताकि विलंब शुल्क न देना पड़े। विशेष परिस्थिति में नगर निगम किराए में वृद्धि करनी हो तो राजस्व विभाग द्वारा प्रस्तावित किराए की सूची दुकानदारों को दी जाए। जिस पर विचार किया जाएं। अन्य वक्ताओं में वाराणसी नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव सिंह, सोमनाथ विश्वकर्मा, अशोक अग्रहरि, विनोद सिंह, इरफान बेग, दुर्गादास, अभिषेक केशरी आदि ने संबोधित किया। संचालन मंहामंत्री अलखनाथ गोस्वामी ने किया।

एक नजर

3000

विश्वेश्वरंगज मंडी में दुकानें

300

नगर निगम की है दुकानें

50

करोड़ का है रोजाना कारोबार