-साइबर संचालक हत्याकांड के बाद पुलिस व क्राइम ब्रांच सिर्फ कर रही जांच पर जांच

-हत्यारों का अब तक नहीं मिला कोई सुराग, तलाशे जा रहे हैं साइलेंसर पिस्टल चलाने के माहिर शूटर

जगतगंज में सरेआम साइबर संचालक सतीश राय की गोली मारकर की गई हत्या का क्लू जुटाने में पुलिस सहित क्राइम ब्रांच की टीम अब तक फेल ही साबित हुई है। भले ही पुलिस हत्यारों को जल्द दबोचने का दंभ रही है लेकिन हकीकत यह है कि उसके हाथ अब तक कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। सतीश राय के कांटैक्ट खंगालने से लेकर अन्य गतिविधियों की जांच-पड़ताल के अलावा दोस्त, नाते-रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। साइबर के बाहर लगे सीसीटीवी के खराब होने से पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। हालांकि अन्य दुकानों के बाहर लगे सीसी कैमरे से पुलिस को थोड़ी राहत जरूर मिली है। वहीं क्राइम ब्रांच की टीम यह भी जानकारी करने में जुटी है कि पूर्वाचल में साइलेंसरयुक्त पिस्टल से वारदात को अंजाम देने में कौन सा गिरोह फास्ट है। ऐसे ही गिरोह का नेटवर्क तलाशने में क्राइम ब्रांच की टीम घटना के बाद से ही लगी है। शनिवार को भी इलाके में क्राइम ब्रांच की टीम सुराग तलाशने में जुटी रही।

खाकी के खिलाफ आक्रोश

घटना के तीन दिन बाद भी हत्यारों का कोई क्लू नहीं मिलने से व्यापारी वर्ग में रोष है। शनिवार को भी एरिया में हर ओर सिर्फ घटना की ही चर्चा होती रही। अधिकतर व्यापारियों ने दबी जुबान से कहा कि अब तो किसी का भरोसा नहीं रह गया है। पुलिस की सख्ती और चौकसी के बावजूद अपराधी अपना काम कर जा रहे हैं। हर कोई यह जानने में जुटा था कि आखिरकार सतीश राय को क्यों गोली मारी गई, जबकि इलाके में उनका किसी से विवाद नहीं था। बेहद मिलनसार थे।

घर में टूटा दुखों का पहाड़

केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के करीबी सतीश राय की हत्या को लेकर गाजीपुर जिले में भी गम का माहौल है। बीएचयू में एग्रीकल्चर के प्रो। डीसी राय के भतीजे रहे सतीश का मर्डर होने के बाद से ही उनके घर पर बीएचयू सहित आसपास के शिक्षाविदों का आना-जाना लगा हुआ है। कई दफा पुलिस ने भी परिजनों से पुरानी रंजिश व अन्य किसी मामले को लेकर पूछताछ की लेकिन बहुत सफलता हासिल नहीं हुई। वहीं परिवार में माहौल बेहद गमगीन है। दूर से ही पत्‍‌नी, बच्चों सहित अन्य सदस्यों की चित्कारें हर किसी के आंखों को नम कर दे रही हैं।