-छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को किया गिरफ्तार

BAREILLY: कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई के बहाने असिस्टेंट प्रोफेसर ने दसवीं क्लास की छात्रा से दुष्कर्म किया। छात्रा ने डर के चलते किसी को कोई जानकारी नहीं दी। 7 महीने बाद जब छात्रा की तबीयत खराब हुई तो परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर दौड़े तो पता चला कि वह 7 माह की प्रेग्नेंट है, जिसके बाद परिजनों के होश उड़ गए। वेडनसडे को परिजन छात्रा को लेकर प्रेमनगर थाना पहुंचे। पुलिस ने दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया है।


काम पूरा करने के बहाने रोका

शाहबाद, दीवान खाना में दीपक सरस्वती कॉमर्स कोचिंग इंस्टीट्यूट है। इस इंस्टीट्यूट को गुलाबनगर निवासी दीपक अभय सक्सेना चलाता है। वह एक प्राइवेट कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है। उसकी कोचिंग में प्रेमनगर की रहने वाली 10वीं की छात्रा कोचिंग पढ़ती थी। छात्रा का आरोप है कि 17 नवंबर 2017 को उसे प्रोफेसर ने काम पूरा करने के बहाने कोचिंग में रोक लिया। उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया और धमकी दी कि यदि उसने किसी को बताया तो वह उसके माता-पिता को जान से मार देगा। छात्रा ने भी डर के चलते किसी को कुछ नहीं बताया।


5 जून को हुई तबीयत खराब

5 जून को छात्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई। उसकी मां उसे डॉक्टर के पास लेकर पहुंचीं। डॉक्टर ने चेकअप के दौरान बताया कि छात्रा 7 महीने की प्रेग्नेंट है। यह खबर सुनकर ही उनके होश उड़ गए। वह चुपचाप घर चले आए। उसके बाद जब छात्रा से पूछा तो उसने अपने साथ हुई दुष्कर्म की वारदात के बारे में बताया। वेडनसडे को परिजन छात्रा को लेकर थाना पहुंचे और आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।


नहीं हो सकता अबॉर्शन

छात्रा 7 माह की गर्भवती है। लिहाजा, उसका अबॉर्शन नहीं हो सकता है। क्योंकि 20 सप्ताह के बाद अबॉर्शन कराना कानूनी अपराध है। डिलीवरी होना तय है। ऐसे में, बड़ा सवाल है कि आखिर उस बच्चे का क्या होगा। छात्रा बिन ब्याही मां बनकर उस बच्चे को पालेगी या नाजायज औलाद के रूप में किसी और की गोद में पलेगा।