-शहर में हाल में क्राइम की अधिकतर घटनाओं को अंजाम देने वालों में 20 से 25 साल के रहे युवा

-शार्टकट से सफलता की चोटी पर पहुंचने के लिए अपना रहे जरायम का रास्ता

-24 फरवरी को छात्र विवेक सिंह की हुई हत्या में गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच

-13 फरवरी को डीआरएम परिसर में टेंडर के लिए हुई मारपीट व फायरिंग में सभी आरोपी 25 वर्ष के रहे

-दो माह पहले रंगदारी सहित अन्य संगीन मामलों में वांछित रहे 50 हजार के ईनामी अमन ने सरेंडर किया। इसकी भी उम्र 25 के अंदर ही बताई

-बीते माह सिगरा थाने के सामने बमबाजी करने वाले भी कॉलेज के फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट्स ही निकले थे

-पिछले साल अक्टूबर में जेएचवी मॉल में डबल मर्डर को अंजाम देने वाले आरोपियों की उम्र 21 से 25 बीच रही

पब्लिक के बीच अपनी दबंग छवि कायम करने व जल्द से जल्द शोहरत व ग्लैमर की चाह में युवा अपने मूल उद्देश्य को छोड़ जरायम की दुनिया में कदम रख रहे हैं। खास बात यह है कि यह रास्ता कॉलेज-यूनिवर्सिटी से होकर गुजर रहा है। शहर में हाल फिलहाल में अपराध की ताबड़तोड़ हुई अधिकतर घटनाओं में युवाओं की ही संलिप्ता सामने आई है। 20 से 25 साल के एज में पहुंचते ही युवा कॉपी किताब छोड़ हथियार थाम ले रहे हैं और संगीन से संगीन अपराध को अंजाम देने में तनिक भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। बीते दिनों यूपी कॉलेज में छात्रनेता विवेक सिंह की हत्या, जेएचवी में डबल मर्डर, लहरतारा स्थित डीआरएम बिल्डिंग में रेलवे टेंडर विवाद, सिगरा थाने के सामने बमबाजी व रंगदारी मांगने की हुई घटनाओं के अलावा वाहन चोरी, ड्रग तस्करी आदि में भी काफी कम उम्र के ही युवाओं का नाम सामने आया है। यही नहीं, पिछले माह जेल गए 25 से 50 हजार तक के इनामी बदमाशों की भी उम्र 25 वर्ष के अंदर ही रही।

विवेक की हत्या करने वाले हमउम्र

24 फरवरी को यूपी कॉलेज में बीकॉम सेकेंड ईयर के छात्र विवेक सिंह की हत्या करने वाले उसके हमउम्र ही निकले। चोलापुर निवासी रोहित मिश्रा 20 वर्ष व जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र निवासी हिमांशु तिवारी को पुलिस ने दबोचा तो सात और साजिशकर्ताओं के नाम सामने आये। ये सभी भी 20 से 25 वर्ष आयु के अंदर के ही बताए गए हैं। इसके पूर्व 13 फरवरी को लहरतारा स्थित डीआरएम परिसर में रेलवे टेंडर के लिए मारपीट व फायरिंग की घटना हुई थी। इसमें भी सभी आरोपी 25 वर्ष के अंदर के ही रहे। दालमंडी इलाके में रंगदारी सहित अन्य संगीन मामलों में वांछित रहे 50 हजार के ईनामी अमन मलिक ने दो माह पूर्व कोर्ट में सरेंडर किया तो उसकी भी उम्र 25 वर्ष के अंदर ही बताई गई थी। वहीं बीते माह सिगरा थाने के सामने बमबाजी करने वाले भी कॉलेज के फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट्स ही निकले थे।

बड़े भी दहल गए इनके कांड से

बीते 31 अक्टूबर को कैंटोनमेंट स्थित जेएचवी मॉल में अंधाधुंध गोलियां बरसाकर डबल मर्डर करने वाले विद्यापीठ के छात्रों ने अपने इस दुस्साहस से बड़े बड़ों को दहला दिया था। इस मामले में आरोपी आलोक उपाध्याय, ऋषभ सिंह व कुंदन सिंह पर 50-50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। तीनों की उम्र 21 से 24 वर्ष के अंदर है। इस वारदात ने यूपी पुलिस को काफी पशोपेश में डाल दिया था। कुछ तो गलत संगत में फंस गए तो कुछ फिल्मी कहानी अपने ऊपर फिल्माने को बंदूक पकड़ लिये।

तस्करी में भी आजमा रहे हाथ

पिछले दिनों लंका पुलिस ने एक करोड़ रुपये की हेरोइन व अफीम के साथ दो तस्करों को पकड़ा था। इनसे पूछताछ हुई तो खुलासा हुआ कि वे कॉलेज स्टूडेंट्स को कैरियर एजेंट के तौर पर रखे हुए हैं। माल इधर से उधर करने पर इन्हें एक बार में दस से पंद्रह हजार रुपये मिल जाते हैं। यही कारण है कि युवाओं का रुझान इस धंधे में ज्यादा बढ़ा है। खुद पुलिस ने खुलासा किया है कि हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंटस को इस काम के लिए उकसाया जाता है।

पढ़ने वाले उड़ा रहे बाइक-स्कूटी

इसी तरह पिछले दिनों कैंट पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह को दबोचा तो उसमें हत्थे चढ़े तीन आरोपियों की उम्र 21 से 24 वर्ष की रही। यह भी बात सामने आई कि दुर्गाकुंड एरिया के कई हॉस्टल में शरण लेते थे और पूर्व में वे कई बार जेल भी जा चुके हैं। यही गिरोह मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों को अपराध के दलदल में भी खींचता था।