घर पहुंचे रनवीर ने घर वालों को बताई अपहरण की कहानी

बताया, रोने पर अपहर्ता ने दिलाया था चिप्स, बिस्किट, कुरकुरे व पानी

PRAYAGRAJ: अपहर्ता ने हर संभव कोशिश की थी कि रनवीर खौफ में रहे. यह उसकी बोली, भाषा में दिखे ताकि वह परिजनों से फिरौती वसूलने के मकसद में कामयाब हो सके. लेकिन, किस्मत और हौसले से रनवीर ने खौफ को मात दे दी. इसी से उसकी जिंदगी बच गयी और अपहर्ता को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ गयी. बुधवार को घरवालों के बीच पहुंचे रनवीर ने पूरी कहानी परिजनों को बतायी.

घर पहुंचते ही हो गया नार्मल

रनवीर अपहरणकर्ता के चंगुल से छूट कर घर पहुंचा तो पूरी वारदात परिजनों को सिलसिलेवार बतायी. उसने परिजनों को बताया कि संजय अंकल जिमनास्टिक हॉल के बाहर बुलाया. गेट पर आया तो वह बोले के चाचू शॉपिंग के लिए बुलाए हैं. उनके साथ गाड़ी में बैठा तो वे कार को काफी तेज चलाने लगे. काफी देर तक कहीं नहीं रुके. अंधेरा होने लगा तो मैंने कहा कि अंकल घर चलिए देर हो रही है, तो वह डांटने लगे.

झूंसी में बुआ से मांग रहा था पैसा

रनवीर के अनुसार अंकल संजय की डांट से वह रोने लगा तो अंकल ने एक जगह चिप्स, बिस्किट, एक बोतल पानी और कुरकुरे दिलाए. यह सब दिलाने के बाद अंकल डांटते हुए बोले कि अब चुप रहना और बैठे रहो. उनकी डांट से मुझे डर लगने लगा था. परिजनों के मुताबिक रनवीर ने बताया कि संजय रनवीर को लेकर झूंसी एक घर में पहुंचा. घर की महिला को उसने बुआ सम्बोधित किया और पैसे मांगे. महिला ने पैसा देने से इंकार करते हुए भगा दिया. वहां से वह निकला तो उसका मकसद जल्द से जल्द शहर की सरहद पार लेना प्रतीत हो रहा था. तेज रफ्तार में गाड़ी कई बार ब्रेकर के चलते उछल भी गयी. जब भी वह कार स्लो चलाने की बात कहना तो अंकल उसे डांट कर चुप करा देते थे. वह बार-बार अंकल घर चलिए, मां के पास चलिए कहता रहा. रनवीर के अनुसार संजय कार में कई कैन बियर रखे हुए था. परिजनों के मुताबिक रनवीर ने बताया कि संजय अंकल ड्रिंक किए जा रहे थे और कार चलाए जा रहे थे.

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कहलवाता रहा पुलिस अंकल लौट जाओ

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने रनवीर से उसके घर पर बात की. उसने बताया कि पुलिस अंकल पीछे से आ रहे थे. उन्हें देख संजय अंकल मुझसे बोले कि तुम जोर-जोर कहो कि आप लोग लौट जाओ, हमें जाने दो. संजय अंकल के कहने पर ग्लास से सिर निकाल कर मैं ऐसा ही चिल्लाता रहा. पुलिस अंकल सुन ही नहीं रहे थे. संजय अंकल के कहने पर कई बार हाथ निकाल कर भी लौटने के लिए पुलिस अंकल को इशारा किया.

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गोली चली तो कार में लेट गया था रनवीर

रिपोर्टर ने रनवीर से पूछा कि पुलिस अंकल जब गोली चलाए आप क्या कर रहे थे? इस सवार पर मासूमियत के साथ रनवीर ने जवाब दिया कि अंकल हमें डर लग रही थी. इसलिए कार में सीट के नीचे पावदान पर लेट गया था. एक तफर कार झुक गई थी. फिर भी संजय अंकल कार नहीं रोक रहे थे. हमें रोना आ रहा था. थोड़ी देर में संजय अंकल गाड़ी रोके तो भागने लगे और कार से दूर चले गए. मैं रो रहा था, कुछ देर बाद पुलिस अंकल पहुंच गए और हमें अपने साथ ले लिए. पुलिस अंकल के साथ फूफा जी भी थे.